पढ़ें टीकाकरण के पहले दिन की ये 10 बड़ी बातें…
देश में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो चुकी है. शनिवार को पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस अभियान की शुरुआत की. जिसके बाद स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज दी गई.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि टीकाकरण के पहले दिन कुल 1,91,181 लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई गई. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि वैक्सीनेशन के लिए 3,351 सेंटर बनाए गए थे. इन वैक्सीनेशन सेंटर पर 16,755 लोगों की ड्यूटी लगाई गई.
केंद्र के अनुसार, कोरोना वैक्सीन की 21,291 खुराक उत्तर प्रदेश में दी गईं. इसके बाद महाराष्ट्र में 18,328, आंध्र प्रदेश में 18,412 और बिहार में 18,169 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी गई. आइए जानते हैं कोरोना वैक्सीनेशन ड्राइव के पहले दिन की 10 बड़ी बातें…
1. पहले दिन हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स के अलावा, रक्षा संस्थानों के 3,429 लोगों का भी टीकाकरण किया गया, जिसमें इंडियन आर्मी और भारतीय नौसेना के लोग भी शामिल थे.
2. दिल्ली में टीकाकरण के बाद 50 मामूली और एक गंभीर प्रतिकूल घटना (AEFI) रिपोर्ट की गई. जिस वजह से एक 22 वर्षीय लाभार्थी को इलाज के लिए एम्स भेजा गया. जहां उसकी स्थिति कथित तौर पर स्थिर है.
3. राजस्थान में शनिवार को 12,558 हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन की पहली डोज लगाई गई. इस दौरान वहां 9 जिलों में AEFI के कुल 21 मामले सामने आए.
4. दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने चिकित्सा अधीक्षक को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि उन्हें ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के कॉविशील्ड का इस्तेमाल कर कोरोना के खिलाफ टीका लगाया जाए ना कि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन का. इसी तरह का अनुरोध जेजे अस्पताल के कर्मचारियों ने मुंबई में किया था.
5. महाराष्ट्र में को-विन ऐप में तकनीकी दिक्कतों का हवाला देते हुए रविवार और सोमवार को टीकाकरण स्थगित कर दिया गया है. बीएमसी ने एक बयान में शनिवार को कहा था, “इस समस्या के समाधान के लिए केंद्र सरकार द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं. कोरोना टीकाकरण के लिए पूरी तरह से डिजिटल पंजीकरण अनिवार्य है. सरकार ने तकनीकी समस्या के कारण आज ऑफलाइन पंजीकरण की अनुमति दी थी.”
6. पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के दो विधायकों ने शनिवार को नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए कोरोना वैक्सीन लगवाई. उनकी पहचान भाटार विधायक सुभाष मोंडल और कटवा विधायक रवींद्रनाथ चटर्जी के रूप में की गई है. बता दें कि इस सप्ताह की शुरुआत में मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत में पीएम मोदी ने जनप्रतिनिधियों से कोरोना वैक्सीन के लिए कतार नहीं तोड़ने को कहा था.
7. एक वर्चुअल कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने लोगों से भारत में आपातकालीन उपयोग के लिए अनुमोदित कोविड- 19 टीकों के बारे में अफवाहों को दूर करने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करने का आग्रह किया. यह पूछे जाने पर कि उन्होंने वैक्सीन क्यों नहीं लगवाई, डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि टीकाकरण अभियान के दूसरे चरण में वे 50 वर्ष से अधिक उम्र के अन्य लोगों की तरह ही टीका लगवाएंगे.
8. हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक ने शनिवार को एक बयान में कहा कि कोवैक्सीन के लगाए जाने पर किसी लाभार्थी को कोई स्वास्थ्य समस्या होती है तो सरकारी अस्पताल में देखरेख की सुविधा मुहैया कराई जाएगी. कंपनी ने आगे कहा कि किसी गंभीर दुष्परिणाम की स्थिति में कंपनी की तरफ से मुआवजा दिया जाएगा. यह मुआवजा तभी दिया जाएगा जब दुष्परिणाम का कारण वैक्सीनेशन ही होगी.
9. पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राज्य के गरीबों के लिए कोरोना वैक्सीन की मुफ्त आपूर्ति करने पर विचार करने का आग्रह किया है. इसी तरह, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने शनिवार को एक बयान जारी कर केंद्र से राज्य के लोगों को यथाशीघ्र मुफ्त में कोरोना टीका देने का अनुरोध किया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार वित्तीय बोझ उठाने को तैयार है.
10. राजस्थान सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि वह सप्ताह में चार दिन ही कोरोना के खिलाफ टीकाकरण करेगा. राज्य प्रशासन के अनुसार गुरुवार, रविवार और सार्वजनिक अवकाशों पर टीकाकरण नहीं किया जाएगा. इसी तरह मध्यप्रदेश सरकार ने भी वैक्सीनेशन हफ्ते में चार दिन ही करने का फैसला लिया है. एमपी में रविवार, मंगलवार और शुक्रवार को कोरोना वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी.