निचले स्तर पर पहुंचा सोना वायदा, चांदी की कीमत में तेजी…

कमजोर वैश्विक दरों के अनुरूप आज भारत में सोने की वायदा कीमत में लगातार पांचवें दिन गिरावट आई। इसके साथ ही सोने की कीमतें आज करीब आठ महीने के निचले स्तर के करीब आ गईं। एमसीएक्स पर अप्रैल का सोना वायदा 0.27 फीसदी गिरकर 46772 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा, जो जून के सबसे निचले स्तर के करीब है। चांदी वायदा में बढ़त आई और यह 69,535 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। वैश्विक दरों में हालिया गिरावट और बजट 2021 में आयात शुल्क में कटौती की घोषणा से भारत में सोने की दरें कम हुई हैं। अगस्त में सोना 56,200 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया था।

वैश्विक बाजारों में इतना रहा दाम
वैश्विक बाजारों में मजबूत अमेरिकी डॉलर के बीच सोने की कीमतें दो सप्ताह के निचले स्तर पर आ गईं। हाजिर सोना 0.2 फीसदी गिरकर 1,791.36 डॉलर प्रति औंस रहा। चांदी 0.1 फीसदी की गिरावट के साथ 27.20 डॉलर पर आ गई। अन्य कीमती धातुओं में, प्लैटिनम 0.2 फीसदी गिरकर 1,258.56 डॉलर तक आ गया और पैलेडियम 0.5 फीसदी गिरकर 2,372.45 डॉलर हो गया। प्लेटिनम में इस साल 18 फीसदी की वृद्धि हुई है।

इतना कम हुआ सोने-चांदी पर आयात शुल्क
सरकार ने एक फरवरी को सोने और चांदी पर आयात शुल्क में कटौती की घोषणा की। इस कदम से घरेलू बाजार में इन मूल्यवान धातुओं की कीमतों को नीचे लाने में मदद मिलेगी तथा रत्न एवं आभूषण निर्यात को बढ़ावा मिलेगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2021-22 का बजट पेश करते हुए कहा कि, ‘वर्तमान में सोना और चांदी पर 12.5 फीसदी सीमा शुल्क लगाया जाता है। चूंकि, जुलाई 2019 में शुल्क 10 फीसदी से बढ़ा दिया गया था, इसलिए कीमती धातुओं के मूल्य में तेजी से वृद्धि हुई, इसे पिछले स्तर के करीब लाने के लिए हम सोना और चांदी पर सीमा शुल्क को युक्तिसंगत बना रहे हैं।’

आभूषण उद्योग ने किया स्वागत
आभूषण उद्योग ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा है कि यह खुदरा मांग को बढ़ावा दे सकता है और दुनिया के दूसरे सबसे बड़े सर्राफा उपभोक्ता में तस्करी पर अंकुश लगा सकता है। विश्लेषकों का कहना है कि भारत से सोने की मांग बढ़ने से वैश्विक कीमतों को सहारा मिल सकता है।

 

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