बंगाल में किसी भी परिस्थिति में संविधान की लक्ष्मण रेखा न तो मैं पार करूंगा और न ही किसी और को करने दूंगा : राज्यपाल जगदीप धनखड़
पश्चिम बंगाल में इस साल होने वाले चुनाव से पहले सियासी पारा चढ़ा हुआ है। गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की रैली होने वाली है। इसी बीच बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने एक चैनल के साथ बातचीत में कहा कि बंगाल का राज्यपाल बनना मेरे लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में अपराध चरम पर हैं। यहां हालात बहुत खराब हैं। हर जगह डर का माहौल है।
राज्यपाल ने कहा, ‘संविधान की रक्षा और जनहित मेरी जिम्मेदारी है। ये मेरा संकल्प भी है कि किसी भी परिस्थिति में संविधान की लक्ष्मण रेखा न तो मैं पार करूंगा और न ही किसी और को करने दूंगा। बंगाल में उद्योग धंधे बंद होते जा रहे हैं। महिला अपराध चरम पर हैं। यहां हालात बहुत खराब हैं। प्रशासन ने दुष्कर्म और अपहरण की जानकारी देने से मना कर दिया है। हमें महिला अपराध का डाटा नहीं दिया जा रहा है।’
राज्यपाल धनखड़ ने किसानों के मुद्दे पर राज्य सरकार को घेरते हुए कहा कि बंगाल के किसानों को 10 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है, क्योंकि यहां पीएम किसान निधि योजना लागू नहीं की गई है। मैं खुद किसान परिवार से हूं। बंगाल में अन्नदाता के पेट पर लात मारी जा रही है। राज्य में स्थिति इतनी भयावह है कि लोग बात नहीं कर पा रहे हैं। बंगाल के लोगों का किसी से कोई मुकाबला नहीं है। यहां के लोग बहुत मेहनती हैं।
राज्यपाल ने मुख्यमंत्री पर साथ न देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ममता सरकार मेरा साथ नहीं देती है। ममता बनर्जी से फोन पर कई बार बात हुई, हालांकि उतनी बार मुलाकात नहीं हुई जितनी की होनी चाहिए थी। मुझे कभी किसी सरकारी कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया। मैंने किसी एसपी और कलेक्टर की शक्ल तक नहीं देखी है।