सीएम योगी ने कर्मस्थली गोरखपुर के दौरे के दूसरे दिन किसान सम्मेलन को किया संबोधित
गोरखपुर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी कर्मस्थली गोरखपुर के दौरे के दूसरे दिन रविवार को किसान सम्मेलन को संबोधित किया। रविवार को नित्य दिनचर्या के बाद जनता दरबार में लोगों की समस्या सुनने के बाद उनके क्रियान्वयन का निर्देश देने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसान सम्मेलन का रुख किया।
राजकीय कृषि विद्यालय, चरगांवा में रविवार को मिशन किसान कल्याण योजना के तहत आयोजित किसान सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है। देश का अन्नदाता ही देश का भाग्यविधाता है। किसान खुशहाल रहेगा तो प्रदेश और देश में खुशहाली आएगी। जब किसान समृद्ध होगा तभी देश और प्रदेश समृद्धशाली बनेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार किसानों को समृद्ध बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी कारण किसानों को केंद्र में रखकर सरकार की सभी योजनाएं बनाई जा रही है। केंद्र तथा प्रदेश में पहले की सरकारें किसानों की बात तो करती थीं लेकिन उनके विकास के लिए कोई कदम नहीं उठाती थीं। जिसकी वजह से हर समय किसान कर्ज के बोझ से दबा रहता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है। हमारी सरकार ने किसानों की आय बढ़ाकर उन्हेंं समृद्ध बनाया है।
मुख्यमंत्री ने किसान आंदोलन की चर्चा किए बगैर विपक्षी दलों पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से लेकर 2014 के पहले तक सरकार में रहते हुए जिन्होंने किसानों के लिए कुछ नहीं किया, वह लोग अब किसानों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। आजादी के सत्तर साल बाद केंद्र और प्रदेश में पहली बार ऐसी सरकार आई जो पूरी ईमानदारी से किसानों के कल्याण के लिए न केवल नीतियां और योजनाएं बना रही है, बल्कि उन्हेंं प्रभावशाली ढंग से धरातल पर लागू भी कर रही है। इसके बावजूद नीति स्वार्थी तत्व किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर अपना स्वार्थ सिद्ध करने की फिराक में पड़े हुए हैं। ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत है।
नए कृषि कानूनों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह झूठ फैलाया जा रहा है कि कांट्रैक्ट फाॄमग में किसान की जमीन चली जाएगी। मंडिया बंद हो जाएंगी। नए कानूनों से बाजार में स्वस्थ्य स्पर्धा का माहौल बनेगा। जिससे किसान को अपनी उपज का उचित मूल्य मिल सकेगा। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की चार साल की उपलब्धियों के साथ ही किसानों के हित में केंद्र व प्रदेश सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी भी दी।
किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए दिन-रात प्रयास कर रही है। इसी कारण न्यूनतम समर्थन मूल्य पर लक्ष्य से अधिक धान की खरीदारी की गई। खाद व बीज की उपलब्धता सुनिश्चित होने से प्रदेश में पैदावार बढ़ी है। जिसका परिणाम है कि आज देश की कुल उपज में उत्तर प्रदेश का हिस्सा 22 प्रतिशत से अधिक है।
मुख्यमंत्री ने किसानों को दी कई सौगात
– एपीओ शक्ति पोर्टल की लांचिंग की।
– कृषकों को मिनी टूलकिट व प्रमाण पत्रों का वितरण
– राजकीय कृषि विद्यालय के नवीन प्रशासनिक भवन एवं किसान हॉस्टल का शिलान्यास
– कृषि विकास पुस्तिका का विमोचन।