प्रियंका गांधी ने CBSE पर निशाना साधते हुए बताया गैर-जिम्मेदाराना
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि को देखते हुए 10वीं और 12वीं कक्षा के एक लाख से ज्यादा छात्रों ने याचिकाओं पर दस्तखत कर सरकार से मई में होने वाली बोर्ड परीक्षाएं निरस्त करने या उन्हें ऑनलाइन कराने का आग्रह किया है. इस बीच कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने CBSE पर निशाना साधते हुए उन्हें गैर-जिम्मेदाराना करार दिया है.
इसके साथ ही साथ बोर्ड परीक्षा रद्द करने या फिर रिशेड्यूल करने की मांग की है. प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को ट्वीट करते हुए कहा, ‘सीबीएसई जैसे बोर्डों के लिए यह गैर-जिम्मेदाराना है कि छात्रों को वर्तमान परिस्थितियों में परीक्षा में बैठने के लिए विवश किया जाए. बोर्ड परीक्षाओं को निरस्त कर दिया जाना चाहिए या फिर रिशेड्यूल या इस प्रकार से व्यवस्थित किया जाना चाहिए कि भीड़ भरे केंद्रों पर बच्चों की शारीरिक उपस्थिति की जरुरत न हो.’
दरअसल, CBSE और काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस (CISCE) ने कहा कि स्टूडेंट्स की सुरक्षा के लिए पर्याप्त बंदोबस्त किए गए हैं और परीक्षाओं के दौरान कोरोना वायरस के सभी दिशा निर्देशों का पालन किया जाएगा. ‘चेंज डॉट ओआरजी’ पर एक याचिका में कहा गया है, ‘भारत में स्थिति दिन-ब-दिन बदतर होती जा रहीं हैं. जब देश में कुछ ही मामले थे तो उन्होंने बाकी की बोर्ड परीक्षाएं निरस्त कर दी थी और अब जब मामले पीक पर हैं तो वे स्कूलों को खोलने का प्लान बना रहे हैं. हम शिक्षा मंत्री से इस मामले पर विचार करने और इस वर्ष होने वाली सभी परीक्षाएं रद्द करने का आग्रह करते हैं क्योंकि छात्र पहले ही बहुत तनाव में हैं.’