उत्तराखंड में कोरोना कहर, प्रदेश में 107 मरीजों की मौत, 5493 लोग मिले संक्रमित

देहरादून, उत्तराखंड में कोरोना कहर बरपा रहा है। इस बीमारी के कारण जान गंवाने वालों की संख्या अब तेजी से बढ़ रही है। शनिवार को भी प्रदेश में कोरोना संक्रमित 107 मरीजों की मौत हुई। वहीं, 5493 व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सैंपल पॉजिटिविटी रेट 16.86 फीसद रहा है। स्थिति इसलिए भी चिंताजनक है, क्योंकि सक्रिय मामले बढ़कर 51 हजार के पार पहुंच गए हैं। इससे अस्पतालों पर भी भारी दबाव है। 

रुड़की में गंगनहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मनोज मैनवाल कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद प्रभारी निरीक्षक ने खुद को आइसोलेट कर लिया है। साथ ही उनके संपर्क में आने वाले अन्य पुलिसकर्मियों को भी क्वारंटाइन किया गया है। बताया गया कि शनिवार की देर शाम सिविल लाइंस कोतवाली में डीजी की वीडियो कांफ्रेंसिंग में भी वह शामिल हुए थे।

सीमांत त्यूणी में भी बन गया कंटेनमेंट जोन

कोरोना वायरस के संक्रमण से अब सीमांत क्षेत्र की त्यूणी तहसील भी अछूती नहीं रही। संक्रमण के छिटपुट मामलों के बाद अब एक ही परिवार के पांच सदस्यों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद त्यूणी क्षेत्र के ग्राम बौराड़ (कूणा) में कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। जिले में कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़कर अब 54 हो गई। जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव के आदेश के मुताबिक, बौराड़ में उस हिस्से को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है, जिसके पूर्व में अजब सिंह पंवार का घर, पश्चिम में मार्ग, उत्तर में रणवीर सिंह का घर व दक्षिण दिशा में दलजीत सिंह का घर है। अग्रिम आदेश तक कंटेनमेंट जोन से कोई भी व्यक्ति बाहरी क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर पाएगा। जरूरत की वस्तुओं की आपूर्ति प्रशासन सुनिश्चित कराएगा।

त्यूणी तहसील के मुताबिक बौराड़ में कंटेनमेंट जोन बनाए गए घर में किसी सदस्य के राज्य के बाहर से आने की पुष्टि हुई है। लिहाजा, संक्रमण संबंधित सदस्य के माध्यम से परिवार के अन्य सदस्यों में भी फैल गया। कोरोना की दूसरी लहर में यह पहला मामला है, जब सीमांत क्षेत्र में संक्रमण के चलते कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। दूरस्थ के ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण का पांव पसारना इसलिए भी खतरनाक है, क्योंकि यहां स्वास्थ्य सुविधाएं उतनी बेहतर नहीं हैं।

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