महर्षि विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में 231 स्टूडेंट्स को मिली उपाधि

  • 11 क्षेत्रीय भाषाओं में इस सत्र से मिलेगी तकनीकी शिक्षा-प्रो राजीव
  • राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की रिपोर्ट लागू करेगा महर्षि विश्वविद्यालय-कुलाधिपति

लखनऊ। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, नई दिल्ली के सदस्य सचिव प्रो. राजीव कुमार ने छात्र-छात्राओं से अपील की कि वे उद्यमिता की ओर कदम बढ़ाएं। नवाचार में अपना कॅरियर बनाने की सोचें। वे शनिवार को महर्षि सूचना प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षांत समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम ऑनलाइन माध्यम से आयोजित किया गया।
प्रो. राजीव ने अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद की ओर से शिक्षकों एवं छात्र हित में किए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी। उन्होंने वर्तमान ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था में उच्च शिक्षा में शिक्षकों के उचित प्रशिक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की बात की एवं सभी उपाधिधारकों, शिक्षकों को सदैव अपना श्रेष्ठ देने की अपील की। उन्होंने बताया कि आगामी सत्र से 11 क्षेत्रीय भाषाओं में भी तकनीकी शिक्षा प्रदान करने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप विश्वविद्यालय में लागू करने की अपील भी मैनेजमेंट से की।

समारोह की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री अजय प्रकाश श्रीवास्तव ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में उपाधि प्राप्त सभी विद्यार्थियों से कहा कि आपने जो शिक्षा विश्वविद्यालय में ग्रहण की है, उसे सदैव देशहित एवं अच्छे कार्यों में लगाएं। साथ ही महर्षि जी के विश्वव्यापी भावातीत ध्यान शिक्षा को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाएँ। यह आपके सर्वांगीण विकास का आधार स्तम्भ है।
कुलाधिपति श्री श्रीवास्तव ने मुख्य अतिथि प्रो राजीव कुमार को आश्वस्त किया कि हम नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के महत्वपूर्ण बिंदुओं को अपने परिसर में लागू करने को तैयार हैं। उन्होंने प्रो राजीव के अन्य सुझावों पर भी अमल करने की बात कही।
समारोह के प्रारंभ में अतिथिगणों का स्वागत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. भानु प्रताप सिंह ने किया। उन्होंने विश्वविद्यालय की प्रगति रिपोर्ट भी समारोह के दौरान प्रस्तुत की।

कुलपति प्रो सिंह ने कहा कि आज विश्वविद्यालय के लिए ऐतिहासिक क्षण है,जब उत्तीर्ण विद्यार्थियों को उपाधि वितरण ऑनलाइन माध्यम से किया जा रहा है। समारोह में कुल 231 छात्र-छात्राओं को उपाधियां प्रदान की गयी। इनमें दस शोध विद्यार्थी भी सम्मिलित थे। कुलसचिव प्रो. अखण्ड प्रताप सिंह ने दीक्षांत समारोह के अंत में विश्वविद्यालय के बोर्ड ऑफ गवर्नेंस के सम्मानित सदस्य प्रो. ग्रुप कैप्टन ओ. पी. शर्मा, प्रो. भीमसेन सिंह, श्री राहुल भारद्वाज, श्री ज्ञानेंद्र कुमार का आभार व्यक्त किया।

दीक्षांत समारोह का संचालन विश्वविद्यालय के निदेशक नियोजन एवं क्रियान्वयन श्री दिनेश पाठक ने किया। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान श्रीमद्भगवद गीता के श्लोक, और पूज्य महर्षि महेश योगी जी के शिक्षा से जुड़े विचार को संचालन के दौरान बखूबी पिरोया।
समारोह में परीक्षा नियंत्रक श्री के. के. शुक्ला, वित्त अधिकारी श्री वरुण श्रीवास्तव, उपकुलसचिव, श्री गिरीश छिमवाल, अधिष्ठाता (शैक्षणिक), श्री सपन अस्थाना, अधिष्ठाता (शोध), डॉ सन्ध्या सिन्हा, अधिष्ठाता, वाणिज्य, श्री अंकित श्रीवास्तव, अधिष्ठाता, अभियांत्रिकी एवं तकनीकी, श्री शैलेन्द्र रावत, अधिष्ठाता, फार्मेसी, डॉ शिखर वर्मा, अधिष्ठाता, कला एवं मानवीकी, डॉ साधना श्रीवास्तव, अधिष्ठाता (शैक्षणिक), महर्षि सूचना प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय,नोएडा परिसर के डीन डॉ अजय कुमार, डीन लॉ स्कूल प्रो के. बी. अस्थाना, डिप्टी डीन, भावातीत ध्यान, श्रीमती मुदिता अग्रवाल, डीन एनीमेशन,भानू प्रताप मराठा, डिप्टी डीन,डाटा साइंस, तृप्ति अग्रवाल, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, श्री राजेश दुबे, वरिष्ठ कुलानुशासक, डॉ आशुतोष पाठक, श्री अनादिश्वर प्रसाद सेठ, सहायक वित्त अधिकारी भी मौजूद रहे।

समारोह को सफल बनाने में डॉ नीरज जैन, श्रीमती नेहा श्रीवास्तव, श्री संदीप श्रीवास्तव, श्री शिवपाल ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।

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