पुणे केमिकल यूनिट आग में 17 लोगों की जलकर मौत, शवों की हो पा रही पहचान

मुंबई: पुणे के पुरनगुट के उरावडे में एक केमिकल मैन्युफैक्चरिंग फर्म में आग लगने से पीड़ितों के शवों की पहचान नहीं हो पा रही है। सोमवार को यहां लगी आग में 17 लोगों की जलकर मौत हो गई थी।



मुलशी क्षेत्र के तहसीलदार अभय चव्हाण ने कहा, ”शुरू में ऐसा लग रहा था कि 18 पीड़ित थे। हालांकि, अब तक हमने कंपनी के अधिकारियों के साथ क्रॉस-चेक किया है और केवल 17 लापता पाए गए हैं। बाकी सबका हिसाब है। इसलिए मरने वालों की संख्या 17 है।”

दो घंटे की मशक्कत के बाद मौके से शव बरामद किए गए। महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वालसे-पाटिल आज सुबह हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने के लिए घटनास्थल का दौरा करेंगे।

स्थानीय प्रशासक के अनुसार मृतकों के नाम: अर्चना वैकांत कावड़े (36), सचिन घोडके (24), संगीता मारुति पोलेकर (43), मंगल बबन मारगले (29), सुरेखा मनोहर तुपे (45), सुमन संजय ढेबे (38), सुनीता राहुल साठे (28), महादेवी संजय अंबारे (40), मांडा भाऊसाहेब कुलत (49), त्रिशला संभाजी जाधव (32), अतुल लक्ष्मण साठे (23), सीमा सचिन बोराडे (34), गीता भारत दिवाकर (41), शीतल दत्तात्रेय खोपाकर (43), सारिका चंद्रकांत कुदाले (42), धनश्री राजाराम शेलार (22) और संगीतला उल्हास गोंडे (43) हैं।

अभिनव देशमुख, अधीक्षक, पुणे ग्रामीण पुलिस ने कहा, ”सभी शरीर पूरी तरह से जल चुके हैं। उन्हें स्पष्ट रूप से पहचाना नहीं जा सकता है। पहचान के लिए सभी शवों की डीएनए जांच की जाएगी। रिश्तेदारों के रक्त के नमूने लिए जाएंगे।” नमूने डीएनए परीक्षण के लिए पुणे की सरकारी प्रयोगशाला में भेजे जाएंगे और घटना को पौड पुलिस स्टेशन में दर्ज किया जाएगा।

नाम न छापने की शर्त पर ससून जनरल अस्पताल के मुर्दाघर के एक अधिकारी ने मंगलवार को कहा, ”डॉक्टर मुश्किल से लिंग की पहचान कर सके, लेकिन इसकी भी पुष्टि नहीं की जा सकती। डीएनए टेस्ट के बिना कुछ भी कहना मुश्किल होगा।”

रात भर डॉक्टरों की टीम ने शव का पोस्टमार्टम किया। हालांकि अभी शव परिजनों को नहीं सौंपे जाएंगे। इस बीच लापता लोगों के परिजनों को बुलाया जा रहा है।

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