कोरोना महामारी की दूसरी लहर में अबकत 719 डॉक्टर गंवा चुके अपनी जान, बिहार और दिल्ली में सबसे ज्यादा हुई मौते
देश भर में कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है। यही कारण है कि डॉक्टर हर दिन कोविड संक्रमित मरीजों की जान बचाते हुए अपनी जान गंवा रहे हैं। महामारी की दूसरी लहर में अबकत 719 डॉक्टर अपनी जान गंवा चुके हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अनुसान इसमें से सबसे ज्यादा बिहार में 111 डॉक्टरों और दिल्ली में 109 डॉक्टरों की मौत हुई है, जबकि कोरोना की वजह से उत्तर प्रदेश में 79 और पश्चिम बंगाल में 63 डॉक्टरों की जान गई है।
आइएमए के अनुसार, कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत से अब तक कुल 1,467 डॉक्टरों की मौत हो चुकी है। महामारी की पहली लहर के दौरान 748 डॉक्टरों की जान चली गई थी। आइएमए के अनुसार, कोविड -19 की दूसरी लहर के दौरान सबसे अधिक 30 से 55 वर्ष के बीच के डॉक्टरों ने अपनी जान गंवाई है, जिसमें रेजिडेंट डॉक्टर और इंटर्न के रूप में काम करने वाले डॉक्टर भी शामिल हैं। इन डॉक्टरों के अलावा, कई गर्भवती महिला डॉक्टरों ने भी ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवाई है।
देश भर में कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर अब कम होती दिख रही है। भारत में बीते 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस के 84,332 नए मामले मिले हैं। इसको मिलाकर देश में कोरोना के कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 2,93,59,155 हो गई है। इस दौरान हुई 4,002 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 3,67,081 पहुंच गई है। एक दिन में 1,21,311 लोग ठीक भी हुए हैं। देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 10,80,690 है।
देश में अब तक टीके की 24.93 करोड़ से अधिक डोज दी गईं
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में अभी तक कोरोना रोधी वैक्सीन की कुल 24.93 करोड़ से अधिक डोज दी जा चुकी हैं। टीकाकरण अभियान के 147वें दिन (11 जून) को टीक की कुल 31,50,368 डोज दी गईं। इनमें से 28,48,435 लाभार्थियों को वैक्सीन की पहली और 3,01,933 को दूसरी डोज दी गईं।