कल्याणपुर के वैभव अपहरण कांड में फरार चल रहे अभियुक्त विकास ने फेसबुक स्टेटस पर लिखा, आज जेल होई, काल बेल फिर उहे खेल होई
वैभव अपहरण कांड में शामिल फरार अभियुक्त विकास ने पुलिस को खुली चुनौती दी है। अपने दोस्त आर्यन के साथ उसने अपने फेसबुक स्टेटस में लिखा गया है कि आज जेल होई, काल बेल फिर उहे खेल होई। असल में यह एक भोजपुरी गाने के बोल हैं। दैनिक जागरण से बातचीत में अपहृत छात्र वैभव ने कई राज खोले हैं। उसने बताया कि अपहरण कांड में विकास की मां भी शामिल थी। उसे तमंचे के बल पर बीयर पिलाई गई।
वैभव अपहरण कांड में पुलिस अब तक चार आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। सगे भाई आकाश और विकास अब तक फरार हैं। घटना में शामिल आरोपित अजीत उर्फ आर्यन की गिरफ्तारी के बाद आरोपित विकास ने अपने फेसबुक स्टेटस पर आर्यन की फोटो के साथ आज जेल होई, काल बेल हुई, परसों से फिर उहे खेल होई भोजपुरी गाने का स्टेटस लगा रखा है। इससे उसके बेखौफ होने का पता चलता है।
वैभव ने बताया कि घटना वाली शाम को वह रोज की तरह गंगागंज से कोचिंग पढ़कर बदुआपुर होते हुए साइकिल से अपने घर कला का पुरवा जा रहा था। पांडु नदी पुल के पास पहुंचते ही वहां पहले से घात लगाए बैठे नकाबपोश तीन लोगों ने उस पर तमंचा तान कर जबरन गाड़ी में खींच लिया। गाड़ी की पिछली सीट पर उसे बीच में बैठा कर अगल-बगल बैठे दो लोगों ने शोर मचाने पर गोली मार देने की धमकी दी। भौंती में तमंचा सटाकर बीयर पिलाई।
बिंदकी के पास अपहरणकर्ताओं की हुई पहचान
घटना को अंजाम देते समय सभी आरोपितों ने अपने चेहरे को ढक रखा था। आरोपितों द्वारा बीयर पिलाए जाने के कुछ देर बाद वह सो गया। बिंदकी के पास आंख खुली तो गाड़ी में राजबहादुर, उदय भान, आकाश, विकास व पड़ोसी आकाश मौजूद थे। यहीं पता चला कि उसका अपहरण उसके दोस्तों ने ही किया है। आरोपितों ने वैभव को पीटने के बाद उसकी कनपटी पर तमंचा लगाकर वीडियो भी बनाया था। उसने बताया कि आरोपित उसे चित्रकूट ले जाकर उसकी हत्या करना चाह रहे थे।