यूपी: कानपुर पुलिस पिटाई से युवक की मौत, जानें पूरा मामला

कासगंज, गोरखपुर और आगरा के बाद कानपुर पुलिस अब अपनी करतूत की वजह से सुर्खियों में है। कानपुर पुलिस पिटाई से युवक की मौत हो गई है। दरअसल कल्याणपुर पुलिस दिवाली के अगले दिन हुई 12 लाख की चोरी के शक में दो दिन पहले युवक को  पकड़ लाई थी। कल सुबह छोड़ा, रात में मौत हो गई। युवक के परिवार के लोगों ने हत्या का आरोप लगाया है। युवक के पीठ पर बुरी तरह पिटाई के निशान हैं।

आपको बता दें कि कल्याणपुर पुलिस गुवा गार्डेन निवासी युवक जितेंद्र श्रीवास्तव (25) को रविवार को उठा ले गई थी।  परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने युवक को बेरहमी से पीटा। पिटाई के बाद रविवार को देर शाम पुलिस ने युवक को छोड़ दिया। घर आते ही युवक की हालत बिगड़ गई। इलाज के लिए ले जाते समय युवक की मौत हो गई।

हिरासत में युवक ने लगाई थी फांसी

कासगंज शहर कोतवाली क्षेत्र के शांतापुरी अहरोली क्षेत्र से दूसरे वर्ग की युवती के अगवा होने के केस में पुलिस ने आरोपी युवक अल्ताफ पुत्र चाहत मियां को हिरासत में लिया था। उसे हवालात में रखा गया। इसके बाद युवक ने बाथरूम में अपनी जैकेट की डोरी से फंदा बनाकर पाइप के सहारे फांसी लगा ली। आनन-फानन में पुलिसकर्मी उसे लेकर अशोक नगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

 प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की पिटाई से हुई थी मौत

गोरखपुर में 27 सितंबर की रात में रामगढ़ताल इलाके में स्थित होटल में चेकिंग के दौरान तत्कालीन इंस्पेक्टर जेएन सिंह, दरोगा अक्षय मिश्रा व अन्य पुलिस वालों पर कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की पिटाई का आरोप लगा था। मनीष गुप्ता अपने दोस्तों के साथ यहां ठहरे थे और दोस्तों का आरोप था कि पुलिस पिटाई से ही मनीष गुप्ता की मौत हुई है। इस मामले में मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी की तहरीर पर छह पुलिसवालों के खिलाफ हत्या की धारा में केस दर्ज किया गया और मामले की जांच और विवेचना एसआईटी कानपुर को दी गई। स्थानीय पुलिस की मदद से एसआईटी ने सभी आरोपितों को गिरफतार कर जेल भेजवा दिया है। इस मामले में मुख्य आरोपी जेएन और अक्षय मिश्रा की पहली पेशी शुक्रवार को थी। वीडियो कांफ्रेंसिंग से पेशी कराई गई।

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