उत्तराखंड: कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर अलर्ट, राज्य में बाहर से आने वालों की होगी जांच
देहरादून, हांगकांग और दक्षिण अफ्रीका में कोरोना का नया वेरिएंट मिलने के बाद देशभर में अलर्ट जारी किया गया है। इसके बाद अब उत्तराखंड में भी हर स्तर पर सतर्कता बरती जा रही है। कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन करने के साथ ही अस्पतालों में भी पूरी तैयारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। डीजी हेल्थ डा. तृप्ति बहुगणा ने सभी जिलों को निर्देश कि अगर राज्य के बाहर से आने वाले सभी यात्रियों की कोविड जांच की जाए। अगर संक्रमण की पुष्टि होती है तो 14 दिनों त क्वारंटाइन रखा जाए। उन्होंने बार्डर पर कोविड जांच के भी निर्देश दिए।
स्वास्थ्य महानिदेशक डा. तृप्ति बहुगुणा ने रविवार को निदेशक गढ़वाल और कुमाऊं के साथ ही सभी जिलों के मुख्य चिकित्सधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने वायरस के नए स्वरूप को फैलने से रोकने के लिए कड़े उपाय करने को कहा है। उन्होंने कहा कि सभी सीएमओ को बाहर से आए व्यक्तियों की कान्टैक्ट ट्रेसिंग के साथ ही सैंपलिंग बढ़ाने के भी निर्देश दिए गए हैं। साथ ही सभी अस्पतालों में आक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित करने के भी निर्देश महानिदेशक ने दिए हैं।
इधर, ऊधमसिंह नगर जिले में कांगो से लौटे एक युवक व उसके परिवार के पांच लोग की स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना जांच कराई गई, जिसमें सभी निगेटिव मिले हैं। इसके बावजूद इन छह लोग को फिलहाल आइसोलेशन में रहने के निर्देश दिए गए हैं। इन्हें एक सप्ताह तक होम आइसोलेशन में रहना होगा। किसी भी तरह के लक्षण उभरने पर उनकी फिर से जांच की जाएगी।
बड़े आयोजन व भीड़भाड़ से बचा जाए
राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एक्सपर्ट कमेटी ने टेस्टिंग बढ़ाने, कान्टैक्ट ट्रैसिंग व रोकथाम के अन्य उपायों पर जोर दिया है। इसके अलावा बार्डर, बस अड्डे, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट आदि पर भी पुन: सैंपलिंग शुरू करने की बात कही है। कहा कि राज्य में बाहर से आ रहे हर व्यक्ति की जांच अनिवार्य की जाए। वहीं, तमाम आयोजनों में भीड़भाड़ से बचा जाए। राज्य में कोरोना की रोकथाम के लिए गठित एक्सपर्ट कमेटी के अध्यक्ष एवं एचएनबी चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय के कुलपति डा. हेमचंद्र पांडेय ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन ने चिंता बढ़ा दी है। ऐसे में कोविड अनुरूप व्यवहार व कुछ प्रतिबंधों को पुन: लागू करना समय की मांग है।
इस समय पूरा ध्यान टेस्टिंग व ट्रैसिंग पर देना होगा। इसके अलावा किसी भी बड़े आयोजन या भीड़भाड़ से बचना चाहिए। आमजन के लिए जरूरी है कि वह मास्क, शारीरिक दूरी, सैनिटाइजेशन आदि का पालन करें। इसके लिए उन्हें खुद जिम्मेदार होना होगा। पुलिस-प्रशासन को भी अब इसे लेकर सख्ती बरतनी होगी। जरा भी लापरवाही कोरोना के फैलाव की आशंका को और बढ़ा सकती है।