राजनाथ सिंह ने ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट और रक्षा प्रौद्योगिकी एवं परीक्षण केंद्र की लैब का किया शिलान्यास
लखनऊ, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लखनऊ में रविवार को ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट और रक्षा प्रौद्योगिकी एवं परीक्षण केंद्र (डीआरडीओ) की लैब का शिलान्यास किया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। इस दौरान डीआरडीओ प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। ब्रह्मोस यूनिट के लिए सरकार ने मात्र एक रुपये की लीज पर 80 हेक्टेयर से अधिक जमीन उपलब्ध कराई है। इसके अलावा अमौसी एयरपोर्ट के ठीक बगल में डीआरडीओ लैब में रक्षा अनुसंधान और विकास के कार्य होंगे। डीआरडीओ के इन दोनों प्रोजेक्ट में 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करने जा रहा है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शिलान्यास कार्यक्रम के अवसर पर कहा कि आज का लखनऊ बस ‘मुस्कुराइए… आप लखनऊ में हैं’ तक सीमित नहीं है। अब लखनऊ में डीआरडीओ एक ऐसी बह्मोस मिसाइल तैयार करेगा, जिसे भारत की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। आज उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में नया अध्याय जुड़ गया है। ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट और डीआरडीओ की लैब की स्थापना से उत्तर प्रदेश के लोगों को रोजगार भी मिलेगा। मैं योगी जी का आभार व्यक्त करना चाहता हूं। जिन्होंने ज्यों ही मैंने परियोजनाओं के स्थापन का जिक्र किया, उन्होंने क्षण भर की भी देरी न करते हुए तुरंत तैयार हो गए। उन्होंने कहा कि जितनी जल्दी हो सकेगा मैं भूमि उपलब्ध करवा दूंगा। उन्होंने महज डेढ़ माह में ही 200 एकड़ की जमीन उपलब्ध करवा दी।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हम भारत की धरती पर ब्रह्मोस मिसाइल बनाना चाहते हैं। किसी देश पर आक्रमण करने के लिए नहीं, बल्कि भारत के पास ऐसी ताकत हो कि दुनिया का कोई देश भारत की ओर आंख उठाकर न देख सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लागू की गई सभी योजनाओं को अगर प्रभावी ढंग से पूरे प्रदेश में लागू करने का काम किसी ने किया है तो वह योगी आदित्यनाथ हैं, मैं तहेदिल से उनको बधाई देना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि जब मैं दूसरे राज्यों में जाता हूं तो लोग कहते हैं कि यूपी की सरकार बहुत असरदार है। हर काम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिलेरी का परिचय देते हैं। वह माफिया को कोई रियायत नहीं देते हैं। मैं अखबारों में देखता हूं कि यहां चल रहे हैं बुलडोजर, तो कभी वहां चल रहे हैं बुलडोजर और इसी का परिणाम है कि दुनिया के निवेशक उत्तर प्रदेश में निवेश करने के लिए आ रहे हैं।