लखनऊ में स्मैक और गांजा बिक्री करते हुए दो तस्करों को पुलिस ने किया अरेस्ट
लखनऊ, अलीगंज पुलिस ने स्मैक के साथ दो, मड़ियांव पुलिस ने शनिवार को स्मैक और विकासनगर पुलिस गांजा बिक्री करते दो तस्करों को रंगेहाथ दबोच लिया। पुलिस ने गिरफ्तार तस्करों के पास से करीब 200 ग्राम से अधिक स्मैक और 500 ग्राम से अधिक गांजा बरामद किया है। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
दैनिक जागरण पड़ताल में 20 दिसंबर को छपी खबर ‘दो पुलिस चौकियों के बीच सौ रुपये में गांजा और 300 में स्मैक’ के बाद नशे के सौदागरों के खिलाफ चलाए गए अभियान के बाद जिम्मेदारों की नींद टूटी और उसके बाद ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू हुई। इसके पहले आलमबाग पुलिस ने तीन तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। वहीं, कई अन्य थानों की पुलिस ने भी स्मैक और गांजे के खिलाफ अभियान चलाया था। अलीगंज पुलिस ने दो स्मैक तस्करों को गस्त के दौरान धर दबोचा। गिरफ्तार तस्करों में बड़ा चांदगंज का रहने वाला अभय कुमार और उसका साथी महेंद्र यादव है। दोनों के पास से करीब 150 ग्राम स्मैक बरामद हुई है। दोनों बाराबंकी से स्मैक लाकर बिक्री करते थे। मड़ियांव थाने के दारोगा चंद्र कांत, एचसीपी रेहान खां समेत अन्य पुलिस कर्मी गस्त कर रहे थे। इंस्पेक्टर वीर सिंह ने बताया कि इस दौरान गौरभीट की ओर से आ रहा एक युवक पुड़िया में कुछ निकाल कर बेच रहा था।
पुलिस टीम ने यह देख टोंका तो खरीदार भाग निकले और बेचने वाले युवक को दबोच लिया गया। पकड़ा गया आरोपित आशीष सोनी उर्फ सनी चिकना है। उसके पास से एक पन्नी में 50 ग्राम से अधिक स्मैक बरामद की गई है। पूछताछ में पता चला कि इसके बाराबंकी से स्मैक लाकर एक अन्य व्यक्ति देता है। अब उसकी तलाश की जा रही है। आरोपित पहले बाजारखाला, तालकटोरा समेत कई थानों में स्मैक बिक्री के मामले में जेल जा चुका है। वहीं, विकासनगर पुलिस ने मानस कंप्लेक्स के पास से श्रवण कुमार पाल को गांजा बिक्री करते दबोचा। पुलिस ने श्रवण के पास से 500 ग्राम से अधिक गांजा बरामद किया है।
मवैया में दबिश के बाद एक गैंग फरार, अब दूसरा चला रहा नेटवर्कः मवैया रेलवे क्रासिंग और झोपड़पट्टी के पास सक्रिय चुहिया, मुसरिया और मंजू का गैंग पुलिस की छापेमारी के बाद फरार हो गया। इस गिरोह के लोग भूमिगत हो गए हैं। वहीं, अब सुधा, हिना, रीना और सकीना का गिरोह सक्रिय है। यह गिरोह धड़ल्ले से स्मैक बिक्री कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक इन्हें पुलिस के सिपाहियों का संरक्षण मिला हुआ है।