उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में जमकर बर्फबारी से बढ़ी ठंड, जानिए मौसम का हाल
देहरादून, प्रदेशभर में पिछले 24 घंटे से बारिश और बर्फबारी का दौर जारी रहा। सोमवार को गढ़वाल व कुमाऊं के सभी पहाड़ी जिले में बारिश और ऊंचे इलाकों में जमकर बर्फबारी हुई। मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि मंगलवार को 25 सौ मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी हो सकती है। मैदानी क्षेत्रों में बारिश से आंशिक राहत मिलने के आसार है। मौसम बदला हुआ रहेगा।
रविवार रात से सोमवार दोपहर तक बारिश से प्रदेश के अधिकांश पहाड़ी कस्बों का न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा। बदरीनाथ, केदानाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, हेमकुंड, औली, मुनस्यारी, धारचूला, चौंदासघाटी, हर्षिल, नागटिब्बा, धनोल्टी, त्यूणी, चौपता, मदमहेश्वर आदि क्षेत्रों में एक से पांच फुट हिमपात हुआ है। चमोली जिले में दिनभर बारिश, बर्फबारी होने से जिले में 94 गांव अभी भी बर्फ से ढके हुए हैं।
औली के एक होटल में बर्फबारी के कारण फंसे 16 पर्यटकों को सकुशल वहां से निकाल लिया गया। रोपवे का संचालन दूसरे दिन भी ठप रहा। यात्री वाहनों व पैदल ही जोशीमठ तक पहुंचे। उत्तरकाशी के 12 गांव बर्फबारी से ढके हैं। उधर, कुमाऊं मंडल के सभी छह जिलों में दिनभर बारिश व ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई। बागेश्वर जिले के कपकोट में ताजा बर्फबारी हुई। जबकि नैनीताल समेत निचले इलाकों में बारिश से ठिठुरन रही।
देहरादून में हुई 48 मिली मीटर बारिश
देहरादून जिले में दिनभर में रूक-रूककर दोपहर तक बारिश होती रही। पिछले चौबीस घंटे में देहरादून में 48.1 मिली व मसूरी में 53.4 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई। दोहपर दो बजे बाद घंटाघर, प्रेमनगर, मालदेवता, एफआरआइ, राजपुर रोड, आइएसबीटी, बंजारावाला आदि क्षेत्र में हल्की धूप खिलने से आमजन ने ठंड से राहत की सांस ली।
हर्षिल में 15 पर्यटक फंसे
भारी बारिश व बर्फबारी के बीच उत्तरकाशी जिले के हर्षिल बाजार में 15 पर्यटक बर्फबारी के चलते होटलों में फंसे हुए हैं। राजमार्ग बंद है। जिन्हें निकालने का प्रशासन जुटा हुआ है। धरासू-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग राड़ी टाप के पास शाम पांच बजे करीब 45 घंटे बाद बाद सुचारू हो गया है। भले ही अभी भी बड़े वाहनों की आवाजाही नहीं हो पा रही है। वहीं यमुना घाटी के शीतकालीन प्रवास खरसाली और आसपास के गांवों में बर्फबारी के कारण सड़क मार्ग बंद होने से अभी भी दिक्कतें बनी हुई है। यमुनाघाटी में निचले इलाकों में बारिश जारी रही। जबकि ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी से जनजीवन अस्त व्यस्त हुआ। समूचे क्षेत्र में 12 घंटे बिजली आपूर्ति बाधित रही। जिससे गांवों को जाने वाले रास्ते बर्फ से बंद हो गए,बिजली गुल हो जाने से मोबाइल भी बंद हैं।
कुमाऊं में दिनभर हुआ बारिश व हिमपात
समूचा कुमाऊं मंडल पिछले 24 घंटे से बारिश व बर्फबारी की जद में हैं। पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी व धारचूला क्षेत्र में जोरदार हिमपात हुआ। जिससे थल-मुनस्यारी मार्ग बंद हो गया जिससे मार्ग पर कई वाहन फंसे हैं। कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग पर छंकनरे और दारमा में बौगलिंग तक देर शाम तक हिमपात जारी है। पिथौरागढ़ जिले के अंतिम भारतीय गांव कुटी, सीपू आदि स्थानों पर चार से पांच फीट बर्फ गिर चुकी है। तवाघाट-गर्बाधार-लिपुलेख और तवाघाट-सोबला-दारमा मार्ग भारी बर्फबारी से बंद हो चुके हैं। बागेश्वर जिले में कपकोट तहसील क्षेत्र के दर्जनों गांव हिमपात से लकदक हैं। हिमपात वाले क्षेत्रों में पारा शून्य डिग्री सेल्सियस से नीचे है। नैनीताल शहर में बारिश व ओलों गिरे।