हिजाब विवाद पर सीएम भूपेश बघेल ने कही यह बात

इस समय देशभर में हिजाब पर बहस छिड़ी हुई है। अब इसी को लेकर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने बयान दिया है। हाल ही में उन्होंने कहा कि, ‘जिन लोगों ने इसकी शुरुआत की है, उन्हें इसका अंजाम भुगतना पड़ेगा। यह हमारे समाज का विषय है, घर का विषय है। इसे बैठकर सुलझाया जा सकता था। इस मामले को बेवजह तूल देना उचित नहीं है। इसे शुरुआत करने वालों को पता नहीं कि इसका हश्र क्या होगा?’ इसी के साथ आगे भूपेश ने कहा कि, ‘आज यह मामला राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की समस्या बन गई है।’

आप सभी को बता दें कि उत्तर प्रदेश जाने से पहले रायपुर एयपोर्ट पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, ‘भारत में दुनियाभर के तमाम धर्म के लोगों और सताए हुए को आश्रय मिला है। आज हम अपने लोगों के साथ किस प्रकार का व्यवहार कर रहे हैं। कट्टरता चाहे इधर का हो या उधर दोनों ही हमारे लिए नुकसान दायक है। इससे समाज का ही नुकसान होना है।’ वहीं आगे उन्होंने कहा कि, ‘बेहद संवेदनशील मामला है, जिसे बैठकर हल करना चाहिए। हर चीज को आप न्यायालय ले जाएंगे। इसे राजनीतिक मुद्दा बनाएंगे तो हमारा देश कहां जा रहा है। हम किस दिशा में जा रहे हैं। क्या इसी प्रकार से लड़ाइयां लड़ते रहेंगे। बच्चे हमारे भविष्य हैं, लेकिन वे नेतृत्व नहीं करते। जो नेतृत्व करते हैं उनकी जिम्मेदारी थी कि मामले को बैठकर सुलझाते।’ इसी के साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीजापुर में नक्सली हिंसा पर कहा कि, ‘हमारे जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी। हम और मजबूती के साथ नक्सलियों से लड़ेंगे।’

वहीं इस दौरान उन्होंने भाजपा के आरोपों पर भी पलटवार किया। जी दरअसल CM ने कहा कि, ‘डॉ। रमन सिंह को छत्तीसगढ़ की जनता ने 15 साल दिया था। तीन ब्लॉक में सिमटे नक्सली आज 14 जिलों में पहुंच गए हैं। क्या यही इनकी उपलब्धि है।’ इसी के साथ आगे उन्होंने कहा कि, ‘प्रदेश में पिछले तीन वर्षों में नक्सल घटनाएं कम हुई है। हमारे शासनकाल में बड़े नक्सली हथियारों के साथ पकड़े गए हैं। सरेंडर कर रहे हैं या फिर एनकाउंटर में मारे जा रहे हैं। नक्सल क्षेत्रों में रोजगार देने का काम छत्तीसगढ़ सरकार ने किया है, जिसके कारण वहां के युवा, महिलाओं में सरकार के प्रति विश्वास बढ़ा है। अब नक्सली चिट्ठी लिखते हैं कि हमें भर्ती करने में परेशानी हो रही है।’

Related Articles

Back to top button