MP: यूक्रेन में पढ़ाई कर रही बेटी को वापस लाने के चक्कर में महिला से 42 हजार की ठगी
भोपालः रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया है. दोनों देशों के बीच जंग जारी है. इसी बीच यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को वापस लाने की कोशिश की जा रही है. कई छात्रों को पहले ही भारत वापस लाया गया है. हालांकि, अभी भी काफी छात्र वहां, फंसे हुए हैं. ऐसे में अभिभावक अपने बच्चों को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं, सभी पूरजोर कोशिश कर रहे हैं कि किसी तरह बच्चों को वापस लाया जाए. मध्य प्रदेश की रहने वाली एक महिला भी यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रही बेटी को वापस लाने के चक्कर में ठगी का शिकार हो गई.
ठग ने किया था PMO से होने का दावा
पीड़ित महिला का नाम वैशाली विल्सन है. वह मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में रहती है और एक अस्पताल से जुड़े ब्लड बैंक में लैब टेक्नीशियन का काम करती हैं. उनकी बेटी सृष्टि यूक्रेन के कीव मेडिकल यूनिवर्सिटी में MBBS की पांचवे वर्ष की छात्रा है. विल्सन अपनी बेटी को यूक्रेन से वापस लाने का प्रयास कर रही थीं. इसी बीच एक व्यक्ति ने पीड़ित महिला को फोन किया. उसने खुद के प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) से होने का दावा किया. उसने कहा कि वह मेडिकल की छात्रा को यूक्रेन से वापस लाने में मदद करेगा. आरोपी के झांसे में आकर महिला ठगी का शिकार हो गई.
थाने में शिकायत कराई दर्ज
इसको लेकर वैशाली विल्सन ने कोतवाली पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है. विल्सन ने बताया कि प्रिंस नाम के एक व्यक्ति ने मुझे फोन किया और दावा किया कि वह PMO से है. उसने मुझसे कहा कि वह मेरी बेटी को घर वापस लाने में मदद करेगा. पीड़िता ने बताया कि उनके मोबाइल फोन पर ट्रू कॉलर ऐप पर भी उसका नंबर ‘PMO’ के तौर पर दिखा.
टिकट के लिए मांगे 42 हजार रुपये
विल्सन ने बताया कि उसने यूक्रेन में चिकित्सा की पढ़ाई कर रही मेरी बेटी और उसकी एक दोस्त के लिए टिकट की व्यवस्था करने के लिए 42 हजार रुपये मांगे. उन्होंने कहा कि मोबाइल बैंकिंग द्वारा रुपये भेजने के बाद व्यक्ति ने अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि ठगे जाने से पहले उन्होंने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर फोन कर अपनी बेटी को भारत वापस लाने के लिए मदद मांगी थी, लेकिन हेल्पलाइन बात करन वाले व्यक्ति ने उनसे यूक्रेन के पुलिस थाने से संपर्क करने के लिए कहा.
पुलिस ने कहा-जल्द पकड़ में आएगा आरोपी
विदिशा कोतवाली थाने के निरीक्षक आशुतोष सिंह ने बताया कि उम्मीद है कि धोखाधड़ी के मामले में जल्द ही आरोपी को पकड़ लिया जाएगा. बता दें कि रूस ने अपने पड़ोसी देश यूक्रेन के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू कर किया है, जिसके छात्रों सहित कई भारतीय यूक्रेन में फंस गए हैं.