रूस पर प्रतिबंधों का पड़ा असर, रूबल में गिरावट जारी, क्या स्विफ्ट से हुई अधिक हानि

वाशिंगटन, यूक्रेन पर रूस का हमला अभी भी जारी है। इन हमलों के चलते पश्चिमी देशों ने रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं। इन प्रतिबंधों का असर रूस की अर्थव्यवस्था पर देखने को मिल रहा है। दरअसल, रूस की करेंसी रूबल में एक बार फिर बड़ी गिरावट आई है। रूस की करेंसी रिकार्ड लेवल पर आ गई है।

अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि रूस पर प्रतिबंधों के असर को हम देख रहे हैं। रूबल में काफी गिरावट दर्ज की जा रही है। प्राइस ने कहा कि रूबल की कीमत अब एक सेंट से भी कम हो गई है। उन्होंने आगे कहा कि पांच मार्च तक रूस का शेयर बाजार भी बंद है।

रूस पर प्रतिबंधों का उतना असर नहीं पड़ा, जितना उसे स्विफ्ट प्रणाली से बाहर करने पर पड़ा है। यूक्रेन पर हमले के बाद रूस को सोसायटी फार वर्ल्डवाइड इंटरबैंक फाइनेंशियल टेलीकम्यूनिकेशन (स्विफ्ट) से अलग कर दिया गया है। माना जा रहा है कि रूस को सबसे ज्यादा नुकसान इसी से हुआ है।

कैसे काम करता है स्विफ्ट?

बैंक स्विफ्ट के जरिए आपस में धन के हस्तांतरण के संदेश भेजते हैं, ग्राहकों को धन भेजते हैं और संपत्तियों की खरीद-फरोख्त करते हैं। विश्व के दो सौ से भी अधिक देशों को करीब 11 हजार वित्ती संस्थान इस प्रणाली का इस्तेमाल करते हैं। नेशनल एसोसिएशन रोसस्विफ्ट के अनुसार, विश्व में अमेरिका के बाद रूस ही स्विफ्ट का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है।

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