रूस के साथ रुपया-रूबल ट्रेड प्लेटफॉर्म तैयार कर रहा है भारत, जानें RBI ने क्या दिया जवाब

नई दिल्ली,भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने स्पष्ट किया है कि रुपया-रूबल व्यापार के लिए कोई मंच नहीं है और केंद्रीय बैंक इस संबंध में सभी हितधारकों के साथ चर्चा कर रहा है। इस संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में आरबीआई के डिप्टी गवर्नर टी रबी शंकर ने कहा, “भारत-रूस व्यापार के लिए ऐसा कोई मंच नहीं है, जितना मुझे पता है। प्रेस रिपोर्ट्स हैं, लेकिन जितना मैं जानता हूं, ऐसा कुछ भी नहीं है।”

प्रतिबंधों के प्रति संवेदनशील हैं: टी रबी शंकर

शंकर ने कहा, “हम जो कुछ भी करेंगे वह प्रतिबंधों के प्रति संवेदनशील होगा। तो कुछ खास नहीं, मेरा मतलब है कि युद्ध ने स्पष्ट रूप से व्यापार और भुगतान को बाधित किया है। हम सभी हितधारकों के साथ चर्चा कर रहे हैं और प्रतिबंधों के प्रति संवेदनशील बने हुए हैं। अगर और जब कुछ भी तय हो जाता है तो आपको पता चल जाएगा।”

क्या कहती थीं मीडिया रिपोर्ट्स?

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह कहा जा रहा था कि आरबीआई रुपया-रूबल लेनदेन मंच विकसित करने के लिए रूस के साथ बातचीत कर रहा है। शंकर ने यह भी स्पष्ट किया कि फरवरी के अंत में युद्ध शुरू होने के बाद से नई दिल्ली और मॉस्को के बीच कोई नया भुगतान मंच उपलब्ध नहीं है।

रुपया-रूबल भुगतान तंत्र से रूस पर लगे प्रतिबंध प्रभावित होंगे!

गौरतलब है कि आयात और निर्यात के लिए रुपये तथा रूबल के भुगतान से संबंधित कोई भी भुगतान तंत्र पश्चिमी देशों द्वारा रूस पर लगाए गए व्यापक आर्थिक प्रतिबंधों को रोकने में मदद करेगा, जिसमें क्रेमलिन के कई प्रमुख अधिकारियों के व्यक्तिगत खातों को फ्रीज करना और अंतरराष्ट्रीय भुगतान गेटवे स्विफ्ट से रूसी बैंकों को बाहर करना शामिल है।

प्रतिबंधों के खिलाफ नहीं जाएगा आरबीआई: शक्तिकांत दास

इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए, आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि आरबीआई ऐसा कुछ भी नहीं करेगा जो प्रतिबंधों के खिलाफ हो।

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