जहांगीरपुरी हिंसा के मामले में मुख्य आरोपित अंसार के पास हैं दर्जनों बैंक खाते, करोड़ों का होता है लेन-देन
जहांगीरपुरी हिंसा के मामले में मुख्य आरोपित अंसार एक दर्जन से अधिक बैंक खातों को संचालित कर रहा था। इन बैंक खातों में अधिकतर ऐसे बैंक खाते भी दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की जांच में सामने आए हैं जो अंसार के नाम पर नहीं हैं लेकिन उन बैंक खातों में पैसों की लेन-देन अंसार ही करता है। इन बैंक खातों में करोड़ों में लेन देने की बात आई है।
मामले को लेकर जांच कर रही क्राइम को आशंका है कि बैंक खातों में आई रकम कहीं न कहीं किसी संगठन आदि से जुड़ा है। अंसार की अकूत संपत्ति को देख कर पुलिस इस बात की भी आशंका जता रही है कि अंसार नकली भारतीय नोटों की तस्करी से भी तो नहीं जुड़ा हुआ है क्योंकि बंगाल में जहां पर अंसार का घर वह नकली नोटों की तस्करी के लिए भी जाना जाता है। इन्हीं सब चीजों को ध्यान रख कर दिल्ली पुलिस ने अंसार के काले कारनामों द्वारा जुटाई गई संपत्ति की जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय को पत्र लिखा था।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अंसार सट्टा खिलाने के साथ ही नकली भारतीय नोटों के कारोबार से जुड़ा हुआ है। हालांकि दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि अभी इस मामले को लेकर जांच चल रही है कि जब तक जांच पूरी नहीं होती है कि तब इस मामले में कुछ बोलना जल्दबाजी होगी।
छह संदिग्धों से हुई पूछताछ
क्राइम ब्रांच ने हिंसा के मामले में छह अन्य संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ किया है। पुलिस को इन संदिग्धों की फुटेज घटनास्थल के आसपास की मिली है। इस कारण पुलिस यह जानना चाहती है कि इनका मौके पर पहुंचने का मकसद क्या था। यह सभी संदिग्ध दिल्ली व बंगाल से जुड़े हैं।
ईडी की जांच में हो सकते हैं कई खुलासे
जहांगीरपुरी में हनुमान जन्मोत्सव की शोभायात्रा के दौरान भक्तों पर पथराव व दंगा करने के मामले में गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपित मुहम्मद अंसार के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी जांच करेगी। दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने ईडी निदेशक को पत्र लिखकर जहांगीरपुरी हिंसा के मुख्य आरोपित अंसार के खिलाफ धन-शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। दिल्ली पुलिस को शक है कि अंसार ने कई तरह के काले कारनामे के बदौलत अकूत संपत्ति अर्जित की है। दिल्ली पुलिस का कहना है की उत्तर पूर्वी दिल्ली दंगे की तरह जहांगीरपुरी दंगे में भी विदेशी फंडिंग हुई है। ईडी की जांच में अंसार के अवैध कमाई का सारा राज खुल जाएगा। जिससे ताहिर हुसैन की तरह अंसार की भी मुश्किले बढ़ सकती है।