कर्नाटक में फर्जी डाक्टर दंपति ने महिला का IVF से किया इलाज, मौत के बाद दोनों आरोपी गिरफ्तार
तुमकुर, कर्नाटक पुलिस ने तुमकुर जिले में एक महिला की मौत के बाद फर्जी डाक्टर दंपति को गिरफ्तार किया है। दंपति ने निसंतान महिला का इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) के जरिए इलाज किया था। इलाज के बाद महिला की मौत हो गई थी। मृतका के पति की शिकायत पर फर्जी डाक्टर दंपति को गिरफ्तार कर लिया गया है।
सिर्फ 10वीं पास है फर्जी डाक्टर दंपति
आरोपियों की पहचान वाणी और मंजूनाथ के तौर पर हुई है। बताया जा रहा है दोनों ने करीब 100 दंपतियों का आईवीएफ के जरिए इलाज किया था। इलाज के जरिए दंपति ने लोगों से लाखों रुपये भी वसूले। जांच में हैरान करने वाला खुलासा भी हुआ है। जांच में पता चला कि दंपति के पास कोई मेडिकल डिग्री नहीं है। वह सिर्फ 10वीं पास है।
15 साल से नहीं हुआ संतान
मृतका ममता के पति मल्लिकार्जुन ने नॉनविनकेरे पुलिस से इसकी शिकायत की थी। मल्लिकार्जुन और ममता का शादी के 15 साल बाद भी संतान नहीं हुई थी। इसके लिए उन्होंने कई अस्पतालों में इलाज कराया, लेकिन बात नहीं बनी। आखिर में मल्लिकार्जुन ने तुमकुर के आईवीएफ सेंटर में संपर्क किया। फर्जी डाक्टर दंपति ने मल्लिकार्जुन और ममता को सफल इलाज का वादा किया। उन्होंने इलाज के नाम पर उनसे चार लाख रुपये भी वसूल लिए और आईवीएफ इलाज किया।
आईवीएफ इलाज के बाद ममता को कई बीमारियां होने लगीं। ममता ने जब डाक्टर से इसकी वजह पूछी तो फर्जी डाक्टर ने बताया कि गर्भ में भ्रूण विकसित होने के बाद ये बदलाव हो रहे हैं। फर्जी डाक्टरों ने दंपति से और पैसे वसूलने शुरू कर दिए। तकलीफ बढ़ने पर ममता दूसरे अस्पताल में जांच के लिए गई। जांच में पता चला कि ममता गर्भवती नहीं थी। ममता के गुर्दे, हृदय, मस्तिष्क और गर्भाशय में दिक्कतें होने लगी। इलाज के लिए ममता को अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन 23 अप्रैल को उसकी मौत हो गई।