मुंडका भीषण आग हादसे में 27 लोगों की दर्दनाक मौत, 29 लोग लापता, घायलों का हाल जानने के लिए अस्पताल पहुंचे सांसद हंसराज हंस
शुुुुुुक्रवार शाम को मुंडका भीषण आग हादसे में 27 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई । हादसे में जान गंवाने वाले 6 लोगों की पहचान कर ली गई है। पुलिस के मुताबिक मृतकों की पहचान तानिया भूषण, मोहिनी पाल, यशोदा देवी, रंजू देवी, विशाल मिथलेश और दृष्टि के रूप में हुई है। पुलिस का कहना है कि अन्य मृतकों के शवों के शिनाख्त की कोशिश की जा रही है। दरअसल, हादसे में 27 लोगों की मौत हो गई और 29 लोग लापता है। इनमें 24 महिलाएं व 5 पुरुष शामिल हैं।
वहीं, मुंडका आग हादसे में घायल व मृतकों के स्वजनों से मिलने के लिए शनिवार को सांसद हंसराज हंस संजय गांधी अस्पताल पहुंचे। यहां एक महिला ने सांसद से अपनी बेटी को ढूंढने की गुहार लगाई। शीलू नाम की महिला मुंडका में भीषण आग हादसे की सूचना पर शुक्रवार रात ट्रेन से दिल्ली पहुंची, जहां पर अपने बेटी को तलाश के लिए इधर-उधर भटक रही है।
वहीं, मुंडका अग्निकांड मामले में अग्निशमन विभाग के निदेशक अतुल गर्ग का कहना है कि 32 लोगों के लापता होने की बात सामने आई है। 27 शव बरामद हुए हैं, जिनमें छह की पहचान कर ली गई है। इस हादसे में 12 लोग घायल हैं। उन्होंने बताया कि आग करीब चार बजे लगने की बात लोग कह रहे हैं लेकिन अग्निशमन को पहली काल 4 बजकर 50 मिनट पर मिली। इसके 18 मिनट बाद अग्निशमन की गाड़ी मौके पर पहुंची। वहीं, आग लगने का कारण जेनरेटर में हुआ शॉर्टसर्किट बताया जा रहा है, जो पहले तल पर रखा था।
इसी क्रम में पश्चिमी दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों व पीड़ित लोगों से बातचीत की। इस दर्दनाक हादसे पर गहरा शोक प्रकट किया। सांसद प्रवेश वर्मा मुंडका गांव के ही रहने वाले हैं।
इससे पहले शनिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मुंडका अग्निकांड की जानकारी के लिए घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों से घटना की जानकारी ली। करीब 10 मिनट तक वह अधिकारियों व पीड़ितों से बात करते रहे। उन्होंने हादसे पर गहरा दुख जताया। मुख्यमंत्री ने मुंडका अग्निकांड हादसे की न्यायिक जांच के आदेश दिए। मुख्यमंत्री के साथ दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, मेयर व अन्य विभागों के कई अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घटनास्थल का दौरा करते हुए कहा कि घटना में कुछ शव काफी क्षत विक्षत हो गए हैं। उनकी पहचान नहीं हो पा रही है। ऐसे शवों की पहचान के लिए डीएनए सैंपल लिए एकत्र किए जा रहे हैं। फॉरेंसिक टीम डीएनए के जरिए, मृतकों के परिजन की पहचान करेगी। साथ ही मुख्यमंत्री ने मौके पर ही हादसे की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। हादसे में जान गंवाने वालों के परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। हादसे में घायल होने वालों के लिए 50 हजार रुपये का मुआवजे का ऐलान किया गया है।
वहीं, दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने भी मुंडका अग्निकांड पर गहरा दुख जताया । उन्होंने कहा कि इस अग्निकांड में लोगों की जान जाने से वह ‘‘बहुत दुखी’’ हैं। भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए उन्होंने तत्काल कदम उठाने का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति भी संवेदना व्यक्त की।
बैजल ने ट्वीट किया, “दिल्ली के मुंडका में भीषण आग की घटना से गहरा दुख हुआ। बचाव के सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद कई कीमती जानें चली गईं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थना करता हूं। उन्होंने कहा, “यहां तक कि जब हम त्रासदी के कारणों के विवरण में जाते हैं, तो सभी संबंधितों द्वारा तत्काल कदम उठाए जाने चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।”
दो भाइयों को गिरफ्तार कर लिया है। जांच में जो भी दोषी हैं, उन्हें नहीं छोड़ा जाएगा। मैं अभी आधिकारिक तौर पर कहने की स्थिति में नहीं हूं। जब तक डीएनए की जांच नहीं हो जाती। मजिस्ट्रेट जांच के बाद नतीजे आएंगे। यदि कोई ऑफिसर, कोई एजेंसी जिम्मेदार होगी, तभी निर्णय लेंगे। किसी को भी नहीं बक्शेंगे। एक बार जांच के नतीजे आ जाएं।
इसके बाद मुख्यमंत्री मंगोलपुरी अस्पताल के लिए रवाना हो गए। मंडका आग भीषण हादसे में 27 लोगों ने अपनी जान गंवा दी और दर्जन भर लोग घायल भी हुए हैं घायलों दिल्ली के कई अस्पतालों में इलाज चल रहा है इनमें कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है।
वहीं, इस दर्दनाक हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए की आर्थिक मदद का ऐलान किया है। वहीं इस आग में 29 लोग लापता है और इनमें 24 महिलाएं व पांच पुरुष शामिल हैं। फिलहाल, उनकी तलाश की जा रही है।
ऐसी संभावना है कि वह दोबारा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ घटनास्थल का दौरा कर सकते हैं। उन्होंने टवीट कर इसकी जानकारी दी है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना पर दुख जताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि मुंडका अग्निकांड में जान गंवाने वालों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।
अभी भी शवों को तलाशने में जुटी एनडीआरएफ की टीम
बाहरी जिला पुलिस डीसीपी समीर शर्मा का कहना है कि अभी NDRF की टीम जगह की सफाई कर रही है और देख रही है कि वहां कोई है तो नहीं। अभी तक हमें 27 शव मिले जिसमें 25 की पहचान नहीं हुई है। अभी आगे फॉरेंसिक DNA के साथ चेक करेगी। गायब हुए 29 लोगों की लिस्ट जारी हो गई है।
30 अधिक से दकम कल की गाड़ियों ने बुझाई आग
दरअसल, मुडंका की आग बुझाने के लिए 30 से अधिक दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची थी और देर रात तक आग बुझाने का प्रयास किया गया। लोगों की मदद के लिए एनडीआरएफ की टीम भी मौके प र पहुंची थी। शनिवार सुबह को आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया। मुडंका की आग बुझाने के लिए 30 से अधिक दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची थी और देर रात तक आग बुझाने का प्रयास किया गया। शनिवार सुबह को आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया।
सिविल डिफेंस ने भी जारी किया हेल्पलाइन नंबर
वहीं, दिल्ली सिविल डिफेंस से सुनील कुमार ने बताया कि मुंडका अग्निकांड भीषण हादसा है। अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक 29 लोग गायब हैं, जिसमें 5 पुरुष और 24 महिलाएं हैं। हम गायब लोगों की पूरी जानकारी ले रहे हैं। हमने लोगों को हेल्पलाइन नंबर दिया है। कोई भी जानकारी आने पर उनको तत्काल सूचित किया जाएगा।
हालांकि दमकल और पुलिसकर्मियों ने संयुक्त रूप से अभियान चलाकर 50 से अधिक लोगों को इमारत से सुरक्षित बाहर निकाल लिया था। फिलहाल, पुलिस ने कंपनी के संचालक हरीश गोयल और वरुण गोयल को हिरासत में ले लिया है। इमारत के मालिक मनीष लाकड़ा से भी पूछताछ करने का सिलसिला जारी है।