बिना स्‍वीकृत‍ि ल‍िए लाइन ब‍िछाना बिजली विभाग के अफसरों पर पड़ा भारी, न‍िलंब‍ित हुए एक्सईएन, एसडीओ व जेई

 विद्युत विभाग में शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई हुई है। अवैध लाइन निर्माण के मामले में एक साथ तीन अधिकारियों पर गाज गिरी है। विद्युत वितरण खंड प्रथम के एक्सईएन, एसडीओ और जेई को निलंबित कर दिया गया है। एक साथ हुई तीन बड़ी कार्रवाई से विभाग में हड़कंप मच गया है।

यह है मामला

33 केवी विद्युत उपकेंद्र बडे़वन के हवेली खास मोहल्ले में बिना किसी स्टीमेट और स्वीकृति के अवैध तरीके से पोल लगाकर लाइन का निर्माण करा दिया गया था। मामला प्रकाश में आया तो आनन-फानन में अपनी कारस्तानी छिपाने के लिए कुछ पोल उखाड़ दिए और उसपर लगा एबीसी केबल हटा दिया गया लेकिन साक्ष्य को नहीं मिटा सके थे। मुख्य अभियंता विद्युत वितरण मंडल बस्ती एमके अग्रवाल ने कमेटी गठित करते हुए मामले की जांच कराई। जांच रिपोर्ट में अवैध रूप से बनी लाइन का सच सामने आ गया। मुख्य अभियंता ने रिपोर्ट को मुख्यालय भेज दिया।

सभी मुख्‍य अभियंता कार्यालय संबंद्ध क‍िया गया

रिपोर्ट के आधार पर प्रबंध निदेशक पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम वाराणसी विद्या भूषण ने अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड प्रथम संतोष कुमार, उप खंड अधिकारी अमहट मनोज कुमार यादव और अवर अभियंता बडे़वन कृष्ण मोहन यादव को दोषी मानते हुए निलंबित करते हुए मुख्य अभियंता कार्यालय मंडल बस्ती से संबद्ध कर दिया है। प्रबंध निदेशक ने पत्र में कहा है कि निलंबन अवधि में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा।

कई और मामले लेकिन चल रहे ठंडे बस्ते में

विद्युत विभाग में कई ऐसे और कारस्तानी किए गए हैं जो फिलहाल ठंडे बस्ते में चल रहे हैं। हालांकि विभाग में हुई इस तीन बड़ी कार्रवाई से अधिकारियों में डर का माहौल पैदा हो गया है। लोगों की माने तो पोल सिप्टिंग का खेल पुराना है। इसके अलावा विभाग में कई ऐसे लाइन का निर्माण किया गया है जो बिना पूर्ण कराए ही भुगतान के लिए फाइल लगा दी गई है। यही नहीं जांच के नाम पर भी उपभोक्ताओं को परेशान करने और लाइन बनाने के लिए कई लोग चकक लगा रहे हैं इसकी भी शिकायत हुई है। कार्रवाई के बाद अधिकारी अपनी गलती सुधार करने में जुट गए हैं। अधिकारियों के फोन तक नहीं उठ रहे हैं।

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