इस माह के अंत तक देश की राजधानी दिल्ली के आइटीओ इलाके में जाम से मिल जाएगी मुक्ति, पीएम मोदी जल्द देंगे सौगात
लंबे समय से जाम से जूझ रहे लोगों को यह खबर राहत देने वाली है कि इस माह के अंत तक लोगों को आइटीओ के जाम से काफी हद तक राहत मिल सकेगी। लोक निर्माण विभाग ने प्रगति मैदान सुरंग सड़क, मथुरा रोड सिग्नल फ्री योजना का काम पूरा कर लिया है।
सुरंग सड़क के लिए प्रधानमंत्री का इंतजार है।लोक निर्माण विभाग का कहना है कि सुरंग सड़का का उद्घाटन करने के लिए आइटीपीओ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से समय मांगा है। समय मिलने पर इस परियोजना का उद्घाटन किया जाएगा। उनकी ओर से सुरंग सड़क का काम पूरा हो गया है।
विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि परियोजना के बारे में कोई भी जानकारी आइटीपीओ की ओर से दी जाएगी। मगर यह तय है कि सुरंग सड़क का काम पूरा हो गया है। इसके आसपास के इलाके को सुंदर बनाने की बात है तो इसे बाद में भी पूरा कर लिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट अंडरपास और भैरों मार्ग रिंग रोड टी-प्वाइंट अंडरपास का काम पूरा होने में अभी कुछ समय लग सकता है। इन दोनों अंडरपास को छोड़कर उद्घाटन कर दिया जाएगा।
बता दें कि सुरंग सड़क के शुरू होने से अशोक रोड, कनाट प्लेस, इंडिया गेट, मंडी हाउस की ओर से यमुनापार की ओर आने जाने वाले तमाम लोग आइटीओ नहीं आएंगे। ये लोग 1200 मीटर लंबी इस सुरंग का इस्तेमाल करते हुए आवागमन करेंगे।
सुरंग से होगा किसको लाभ?
दरअसल, मथुरा रोड भैरों मार्ग टी-प्वाइंट और भैरों मार्ग-रिंग रोड की लालबत्ती हट जाने से लोग भैरों मार्ग का इस्तेमाल करेंगे और रिंग रोड पर बगैर रोक टोक सीधे निकल जाएंगे। मथुरा रोड के सिग्नल फ्री हो जाने से आइटीओ से दक्षिणी दिल्ली की ओर आना जाना और आसान हो जाएगा।
इस सुरंग के चालू होने जा रही प्रगति मैदान सुरंग सड़क जहां आइटीओ इलाके को जाम से मुक्ति दिलाएगी, वहीं आश्रम अंडरपास के शुरू होने से इंडिया गेट से बदरपुर की ओर आना जाना आसान होगा। इस सुरंग से न केवल दिल्ली के लोगों को राहत मिलेगी, बल्कि एनसीआर के राज्यों यूपी और हरियाणा के लोगों को भी राहत मिलेगी। इससे उनका पैसा और ईंधन दोनों बचेंगे।
प्रगति मैदान सुरंग सड़क यानी 1.2 किलोमीटर लंबी सुरंग सड़क के शुरू होने से आइटीओ क्षेत्र में विकास मार्ग पर वाहनों का दबाव कम हो जाएगा , क्योंकि अशोक रोड, मंडी हाउस की ओर से आइटीओ होकर यमुनापार आने जाने वाले वाहन वाहन सुरंग सड़क का उपयोग करेंगे। इससे भैरों मार्ग पर भी यातायात की भीड़ कम होगी। मार्च में दिल्ली के विकास से संबंधित वे परियोजनाएं पूरी हो रही हैं जिनकी दिल्ली की जनता पिछले कई साल से उम्मीद लगाए बैठी है। इससे यातायात जाम से राहत मिलेगी, समय व वाहन के ईंधन की बचत होगी।
सुरंग से जुड़े खास बातें
- दिनभर में आईटीओ से करीब 90 हजार वाहन व भैरो मार्ग से 60 हजार वाहन गुजरते हैं। लोगों को मिलेगी बड़ी राहत।
- पूर्वी दिल्ली के साथ गाजियाबाद व नोएडा से इंडिया गेट व कनॉट प्लेस तक जाने में होगी सहूलियत।
- टनल में प्रवेश करने और बाहर आने के लिए दो लूप हैं। और यह टनल इंडिया गेट को पुराना किला के पास से रिंग रोड को जोड़ रही है।
- सुरंग के चालू होने आइटीओ पर लगने वाला जाम खत्म हो जाएगा।
- टनल भैरव रोड के समानांतर है, जिससे जाम से राहत मिलेगी।
- टनल में रोशनी के लिए एलईडी लाइटें लगाई गई हैं, जो दिनरात काम करेंगीं।
- सुरंग की योजना में सुप्रीम कोर्ट के पास भूमिगत यू-टर्न है। इससे भैरव मार्ग व सुंदर नगर की तरफ ट्रैफिक जाएगा। इसीतरह यू-टर्न से प्रगति मैदान पार्किंग स्थल जाने की तरफ भी रास्ता होगा।
- भगवान दास रोड से सराय काले खां जाने वाला ट्रैफिक भी इस यू-टर्न से भैरव मार्ग पर सफर किया जा सकेगा।
- भगवान दास रोड से भोगल, जंगपुरा जाने वाला ट्रैफिक यू-टर्न से मथुरा रोड पर जा सकता है।
- सुरंग टनल पुराना किले के पास नेशनल स्पोर्ट्स क्लब ऑफ इंडिया से शुरू हो रही है और रिंग रोड पर प्रगति थर्मल पावर स्टेशन पर खत्म हो रही है।
इन योजनाओं पर हो रहा है काम
सुरंग सड़क योजना : सुबह व शाम को व्यस्त समय में लोग इंडिया गेट से ¨रग रोड पर या फिर रिंग रोड से इंडिया गेट की तरफ आने-जाने में एक से डेढ़ किलोमीटर दूरी तय करने के लिए 20 मिनट से लेकर 30 मिनट तक जाम में जूझते हैं। ऐसे में लोक निर्माण विभाग प्रगति मैदान के नीचे से सुरंग सड़क का निर्माण कर रहा है। इसके शुरू हो जाने से रिंग रोड से आकर लोग इस सुरंग के माध्यम से सीधे इंडिया गेट की ओर जा सकेंगे।
सिग्नल फ्री मथुरा रोड : मथुरा रोड को जाम मुक्त करने के लिए पीडब्ल्यूडी इस मार्ग को आइटीओ डब्ल्यू प्वाइंट से लेकर दिल्ली पब्लिक स्कूल तक करीब तीन किलोमीटर भाग को सिग्नल फ्री किए जाने की योजना पर काम कर रहा है। इस मार्ग पर छह लालबत्तियां हटाई जानी हैं। इसके लिए चार भूमिगत यू-टर्न बनाए जा रहे हैं। इसका भी करीब पूरा हो चुका है।पहले यह कार्य 31 मार्च 2020 और बाद में 31 मार्च 2021, 31 मार्च 2022 तक पूरा होना था।