पाकिस्तान के वजीरिस्तान इलाके में हुए एक आत्मघाती हमले ,जिस में चार जवानों की मौत
चार जवानों की मौत
पाकिस्तान के वजरीरिस्तान में सेना के काफिले पर हुए आत्मघाती हमले चार जवानों की मौत हो गई है। ये घटना खैबर पख्तूंख्वां के मीर अली इलाके की है। इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशन ( ISPR) ने इसकी जानकारी देते हुए कहा है कि सेना और इंटेलिजेंस आत्मघाती हमलावर की जानकारी खंगाल रही है। इसके अलावा सेना उन लोगों की भी जांच में जुटी है जिन्होंने इस घटना को अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई है। आईएसपीआर ने कहा है कि इस घटना को अंजाम देने वाले बिना सजा पाए नहीं रहेंगे।
- आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही सेना का एक हेलीकाप्टर क्रैश हो गया था, जिसमें सेना के बड़े अधिकारी भी मारे गए थे। इसके पीछे सेना ने साजिश होने की आशंका भी जताई थी। आईएसपीआर का कहना है कि हाल के दिनों में सेना पर हमले और आतंकियों से उत्तरी वजीरिस्तान में मुठभेड़ की घटनाओं में इजाफा हुआ है।
- 4 जुलाई को भी एक आत्मघाती हमलावर ने सेना के काफिले पर इसी इलाके में हमला किया था। इस घटना में 11 जवान घायल हो गए थे।
- 30 मई को भी रजमाक इलाके में एक आत्मघाती हमलावर ने अपनी मोटरसाइकिल को सेना के काफिले से टकरा दिया था। इसमें दो जवान और तीन बच्चे घायल हो गए थे।
- 14 जुलाई को उत्तरी वजीरिस्तान के कबीलाई इलाके दत्ताखेल इलाके में सेना के जवानों की आतंकियों के साथ मुठभेड़ हुई थी। इंटेलिजेंस से मिली सूचना के आधार पर सेना ने आतंकियों की पकड़-धकड़ का प्लान बनाया था। इसके बाद दूसरी तरफ से भी जबरदस्त गोलीबारी की गई थी। इसमें एक जवान की मौत हो गई थी जबकि 6 आतंकी भी मारे गए थे। इनसे भारी मात्रा में हथियार और गोलाबारूद भी जब्त किया गया था।
- 15 मई को उत्तरी वजीरिस्तान के मीरान शाह इलाके में हुए एक आत्मघाती हमले में तीन जवानों की मौत हो गई थी।
- 3 जून को उत्तर वजीरिस्तान की मिलिट्री पोस्ट पर हुए एक आतंकी हमले में एक जवान की मौत हो गई थी।
- आपको बता दें कि वजीरिस्तान का इलाका की सीमा से लगता है। यहां पर इस तरह की घटनाओं का होना बेहद आम हो चुका है।