राजस्थान में जालौर के सुराणा गांव में अध्यापक के पीटने पर हुई छात्र की मौत
राजस्थान में जालौर के सुराणा गांव में अध्यापक के पीटने पर हुई छात्र की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इससे इलाके में तनाव का माहौल है और मामले को राजनीतिक रंग भी दिया जा रहा है।
अब इस पर राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी अपना बयान दे दिया है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा है, ”जालौर में 9 साल के मासूम बच्चे की मृत्यु से पूरा देश आहत है। अहमदाबाद में विधायक श्री जिग्नेश मेवानी ने मिलकर घटना पर चर्चा की। इस दुख में सभी समाज परिवार के साथ है। घटना के बाद आरोपी की त्वरित गिरफ्तारी की गई।”
मुख्यमंत्री ने कहा, ”SC-ST एक्ट की मुआवजा राशि व मुख्यमंत्री सहायता कोष से सहायता राशि दी गई। इसके अतिरिक्त AICC के निर्देश पर पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपये की आर्थिक मदद प्रदेश कांग्रेस कमिटी द्वारा दी जा रही है।”
वह आगे लिखते हैं, ”परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने के संबंध में पूर्व के मामलों का परीक्षण करवाया जा रहा है। इस मामले को केस ऑफिसर स्कीम में लिया गया है जिससे फास्ट ट्रैक ट्रायल करवाया जा सके।”
मालूम हो कि सुराणा गांव में बाल विद्या मंदिर की तीसरी कक्षा में पढ़ने वाले 9 साल के इंद्र मेघवाल की टीचर के पीटने पर मौत हो गई है। अनुसूचित बच्चे की पिटाई इसलिए की गई क्योंकि उसने टीचर की मटकी से पानी पी लिया था।
20 जुलाई को शिक्षक छैल सिंह द्वारा की गई मारपीट के बाद बच्चे का स्वास्थ्य जरूरत से ज्यादा बिगड़ने पर इलाज के दौरान उसकी मौत हुई तो पुलिस और प्रशासन ने जांच प्रारंभ की।
मामले को लेकर लोगों में आक्रोश है।
इस बीच, शिक्षक का एक ऑडियो सामने आया था, जिसमें वह मोबाइल पर छात्र से अपनी गलती स्वीकारने और इलाज करा देने की बात करता है।