मानसूनी बारिश में आपदा के बाद मलबे में दबे पांच लोगों का कुछ पता नहीं
मानसूनी बारिश में आपदा के बाद सरखेत गांव में मलबे में दबे पांच लोगों का दूसरे दिन भी कुछ पता नहीं चल पाया। जिस घर में पांच लोग दबे थे उसकी खुदाई आंगन तक हो चुकी है। मलबे में दबे लोगों का पता नही चला।
मानसूनी बारिश में आपदा के बाद सरखेत गांव में मलबे में दबे पांच लोगों का दूसरे दिन भी कुछ पता नहीं चल पाया। जिस घर में पांच लोग दबे थे उसकी खुदाई आंगन तक हो चुकी है, लेकिन मलबे में दबे लोगों का कुछ पता नहीं चल पाया। ऐसे में परिजनों की उम्मीद टूटने लगी है।
सरखेत गांव में पांच लोग मलबे में दब गए थे। सोमवार सुबह से यहां मलबे में दबे लोगों की खोजबीन चल रही है। दो मशीनों से मलबे की खुदाई चल रही है। जिस घर में लोग दबे थे, खुदाई में उस घर के बाथरूम वाला हिस्सा बचा हुआ है। बाकी पूरा घर बह रखा है। सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान ने बताया कि घर के आंगन तक खुदाई हो चुकी है, लेकिन अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया।
जिस घर में लोग दबे थे, वह पूरी तरह बह रखा है। बाथरूम वाला हिस्सा बचा है। बुधवार को क्यारियों से मलबे को हटाया जाएगा। एसडीआरएफ की ओर से आपदाग्रस्त इलाकों में राहत व बचाव का कार्य लगातार जारी है।
शव मिले : एसडीआरएफ सेनानायक मणिकांत मिश्रा के निर्देश पर डॉग स्क्वॉयड की टीम ने मालदेवता एवं सरखेत क्षेत्र में सर्चिंग अभियान चलाया। सौड़ा सरोली में सौंग नदी के पुल के नीचे मानव अंग मिला। कलाई युवक की प्रतीत हो रही है। आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम के अनुसार टिहरी के कीर्तिनगर के कोठार गांव में बचुली देवी और ग्वाड गांव में मगन देवी का शव मिल गया है। आपदा की वजह से मौतों की संख्या सात पर पहुंच गई है।
छमरोली गांव पहुंची राहत सामग्री
सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान ने बताया कि आपदा से छमरोली गांव में भी नुकसान हुआ है। सोमवार को सरखेत की तरफ से गांव तक पहुंचने की कोशिश की गई, लेकिन गांव के लिए रास्ता नहीं था। मंगलवार को टीम मसूरी से होकर छमरोली पहुंची है। वहां कुछ लोगों को आर्थिक सहायता के साथ ही खाद्यान्न सामग्री बांटी गई है।
टिहरी की आपदा में हताहत पांच के शव अब तक बरामद
नई टिहरी। कुमाल्डा क्षेत्र के ग्वाड़ गांव में आपदा से मलबे में दबे चार लोगों का चौथे दिन भी पता नहीं चल पाया है। मंगलवार को कीर्तिनगर के कोठार गांव में मलबे में दबी बुजुर्ग महिला बचुली देवी और ग्वाड़ गांव में मगनी देवी के शव को रेस्क्यू किया गया। सिल्ला गांव से लापता महिला का शव सौंग नदी में बीती शाम को सर्च किया गया
जनपद की धनोल्टी विधानसभा के कुमाल्डा क्षेत्र में बीती 19-20 अगस्त की मध्यरात्रि में आई आपदा से ग्वाड़ गांव में दो मकानों के जमींदोज होने से मकानों के मलबे में दबे शवों को निकालने को एनडीआरएफ और एसडीआरएफ का रेस्क्यू चौथे दिन भी जारी रहा। मलबे में दो परिवारों के सात लोग दब गए थे।
जिनमें से दो शवों को बीती 20 अगस्त को ही रिकवर कर लिया गया था। 23 अगस्त को मगनी देवी (60) पत्नी प्रेम सिंह के शव को भी आपदा के मलबे से रेस्क्यू कर लिया गया है। ग्वाड़ गांव में अभी भी चार लोगों के शवों को एनडीआरएफ व एसडीआरएफ तलाश रही है। ग्वाड़ गांव में बीते 20 अगस्त को जहां राजेन्द्र सिंह (35) पुत्र गुलाब सिंह और सुनीता देवी (32) पत्नी राजेन्द्र सिंह का शव रिकवर कर लिया गया।
जबकि टूटे मकान के मलबे में लापता चल रहे कमान सिंह (40) पुत्र स्व. प्रेम सिंह, रुकमणी देवी (35) वर्ष पत्नी कमान सिंह, सचिन (15) वर्ष पुत्र कमान सिंह व बीना (17) पुत्री कमान सिंह की तलाश जारी है। धनोल्टी विधानसभा के तहत ग्रामी सिल्ला की हिमदेई पत्नी मदन सिंह का शव सौंग नदी में बीती 22 अगस्त की शाम को बरामद कर लिया है।
कीर्तिनगर के अन्तर्गत कोठार गांव में आवासीय भवन के मलबे में दबी वृद्ध महिला बचुली देवी (80) पत्नी ठग्गु का शव भी मलबे से एसडीआरएफ ने बरामद कर लिया है। ग्राम जेंतवाड़ी के तीन लोग आपदा के दिन से लापता है।