जानें क्यों चीन की मदद के लिए तैयार है ताइवान

 चीन के सिचुआन प्रांत में सोमवार को आए भूकंप से इसे काफी नुकसान पहुंचा है। यहां बचाव अभियान जारी है। इस दौरान ताइवान ने भी मदद की पेशकश की है। इसमें अब तक 65 लोगों की मौत हो चुकी है।

चीन (China) के दक्षिण-पश्चिम में स्थित सिचुआन प्रांत

में सोमवार को आए भूकंप (Earthquake) से भारी तबाही हुई है। इसमें अब तक 65 लोगों की मौत हो चुकी है। चीन की इस मुश्‍किल घड़ी में ताइवान (Taiwan) उसके साथ खड़ा है।

दोनों देशों के बीच अधिकार और सैन्‍य अभ्‍यास को लेकर जारी भीषण तनातनी को दरकिनार करते हुए ताइवान ने प्राकृतिक आपदा को लेकर चीन के प्रति संवदेना व्‍यक्‍त की है और यह भी कहा है कि ताइवान बचाव दल (Rescue team) भेजने के लिए तत्‍पर है।

तैयार ताइवान

चीन एक तरफ जहां ताइवान को अपना हिस्‍सा मानता है, वहीं ताइवान इसके खिलाफ है और इसी बीच पिछले महीने अमेरिकी कांग्रेस की स्‍पीकर नैंसी पेलोसी (Nancy Pelosi) के ताइपे (Taipei) दौरे के बाद दोनों देशों के बीच सैन्‍य अभ्‍यास को लेकर तनाव है। ताइवान में राष्‍ट्रपति के कार्यालय ने कहा कि राष्‍ट्रपति साई इंग वेन ने चीन के प्रति अपनी चिंता और सहानुभूति जाहिर की है।

इतना ही नहीं, चीन में भूकंप की चपेट में आकर जान गंवाने वालों के प्रति उन्‍होंने अपनी संवेदना भी व्‍यक्‍त की है। ताइवान ने उम्‍मीद जताई है कि चीन में इस दौरान बचाव का काम भी बिना किसी परेशानी के हो जाएगा और सामान्‍य जिंदगी भी जल्‍द ही पटरी पर लौटेगी।

ताइवान ने का कर लिया पूरा इंतजाम

इस दौरान राष्‍ट्रपति के कार्यालय ने यह भी कहा कि उन्‍हें सिचुआन में आए भूकंप में ताइवान के किसी नागरिक के मरने की सूचना नहीं मिली है। ताइवान के अग्निशमन विभाग ने कहा कि उनके द्वारा 40 लोगों की एक रेस्‍क्‍यू टीम, एक खोजी कुत्ते और पांच टन उपकरण जुटा लिए गए हैं।

आदेश मिलते ही वह तुरंत चीन के लिए इन्‍हें रवाना कर देंगे। विभाग ने बताया कि सीमाओं से परे अभी उनकी भावना आपदा के समय में मानवीय कार्यों और राहत दिलाने पर निहित है।

ताइवान पहले भी आ चुका है चीन के काम

फिलहाल चीन ने कुछ भी नहीं कहा है कि उन्‍हें बचाव कार्य के लिए अन्‍य देशों से मदद की जरूरत है भी या नहीं।

मालूम हो कि ताइवान में भूकंप अकसर आते रहते हैं।

इससे पहले भी साल 2008 में आए भूकंप में करीब 70,000 लोगों की मौत हो गई थी और काफी नुकसान पहुंचा था। उस समय में भी ताइवान ने चीन में अपनी एक टीम भेजी थी।

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