व्लादिमीर पुतिन 30 सितंबर को यूक्रेन के चार क्षेत्रों पर औपचारिक कब्जा लेगी
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 30 सितंबर को यूक्रेन के चार क्षेत्रों पर औपचारिक कब्जा लेगी। साथ ही वो समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे। बताया जा रहा है कि कल ही यहां रूस की ओर से प्रशासकों की नियुक्ति भी जाएगी। क्रेमलिन के हवाले से रूसी मीडिया ने कहा कि मास्को में एक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा और पुतिन ऐतिहासिक भाषण के बाद आधिकारिक रूप से यूक्रेनी क्षेत्रों पर कब्जा लेंगे।
रूसी सरकार के स्वामित्व वाली समाचार एजेंसी टैस ने क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव के हवाले से कहा कि रूसी संघ में समझौतों पर हस्ताक्षर करने का समारोह शुक्रवार को दोपहर 3 बजे मास्को समय पर आयोजित किया जाएगा। पेसकोव ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति क्रेमलिन में एक हस्ताक्षर समारोह की अध्यक्षता करेंगे, जिसके बाद ऐतिहासिक प्रमुख भाषण देकर यूक्रेन के कब्जा वाले क्षेत्रों में प्रशासकों की नियुक्ति भी कर सकते हैं।
जनमत संग्रह में मिला समर्थन
क्रेमलिन ने इससे पहले दावा किया था कि यूक्रेन के कब्जा वाले क्षेत्रों डोनेट्स्क, लुहान्स्क, ज़ापोरिज़्ज़िया और खेरसॉन में जनमत संग्रह में 99 फीसदी लोगों ने रूस के समर्थन में वोटिंग की थी। हालांकि इससे उलट यूक्रेन और पश्चिमी देशों ने यूक्रेनी इलाकों में जनमत संग्रह की निंदा की थी।
रूस ने पश्चिम को धमकाया
क्रेमलिन ने पश्चिम को दो टूक शब्दों में कहा कि एक बार कब्जा करने के बाद इन क्षेत्रों में हमला होता है तो इसे सीधे रूस पर हमला माना जाएगा। गौरतलब है कि पिछले हफ्ते यूक्रेन के डोनेट्स्क, लुहान्स्क, ज़ापोरिज़्ज़िया और खेरसॉन क्षेत्रों में तथाकथित जनमत संग्रह की घोषणा करते हुए, व्लादिमीर पुतिन ने कहा था कि अगर रूस की राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा होता है तो वे परमाणु हथियारों से इसका जवाब देंगे।