2024 के आम चुनाव के लिए भाजपा ने रणनीति बनाना किया शुरू, सांसदों की संख्या बढ़ाने के लिए..
लोकसभा चुनाव 2024 में अभी दो साल से ज्यादा का समय है, लेकिन भाजपा अभी से तैयारियों में जुट गई है। भाजपा ने मिशन 2024 का खाका तैयार कर लिया है और तय किया है कि पिछले लोकसभा चुनाव में उसे जिन सीटों पर हार मिली थीं, वहां पर पीएम मोदी की मेगा रैलियों का आयोजन किया जाएगा।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक पार्टी ने ऐसी 144 सीटें चिह्नित की हैं, जहां पर 2019 के पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा दूसरे या तीसरे नंबर पर आई थी। पार्टी अपने मिशन को लेकर काफी गंभीर है और सभी मंत्रियों को इन सीटों की जिम्मेदारी पहले ही दे दी गई है।
अमित शाह भी करेंगे इन सीटों का दौरा
गृह मंत्री अमित शाह ने पिछली समीक्षा बैठक में कई मंत्रियों को इन सीटों का दौरा न करने के लिए क्लास लगाई थी। इन सीटों को भाजपा अगले चुनाव में जीतना चाहती है ताकि मौजूदा सीटों पर नुकसान की भरपाई हो सके।मंत्रियों के प्रवास के बाद अब गृह मंत्री अमित शाह भी देश भर में ऐसी सीटों का दौरा कर रहे हैं। वहीं तीसरे चरण में खुद पीएम मोदी प्रचार की कमान संभालेंगे और इन सीटों पर उनकी विशाल रैलियां कराने का फैसला किया गया है।
सोनिया, मुलायम की सीटों पर भाजपा की नजर
इन 144 सीट में वे सीट भी हैं, जिनका प्रतिनिधित्व विपक्षी दलों के पास है। इनमें उत्तर प्रदेश की राय बरेली (सोनिया गांधी, कांग्रेस) और मैनपुरी (मुलायम सिंह यादव, सपा) सीट शामिल है। इसके अलावा महाराष्ट्र की बारामती (सुप्रिया सुले, राकांपा), पश्चिम बंगाल की यादवपुर (मिमी चक्रवर्ती, तृणमूल), तेलंगाना की महबूबनगर (श्रीनिवास रेड्डी, टीआरएस) और मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा (नकुल नाथ, कांग्रेस) सीट शामिल है।
भाजपा ने वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में 303 सीट पर जीत हासिल की थी।
जानें- भाजपा की क्या है रणनीति
इन सीटों को जीतने की रणनीति बनाने के लिए भाजपा आलाकमान ने एक समिति भी बनाई है जो इन सीटों से जुड़े मुद्दों, समस्याओं, लाभार्थियों आदि की विस्तृत जानकारी जुटा रही है, ताकि प्रचार के दौरान इनका इस्तेमाल किया जा सके।
2019 में भी मिला था फायदा
गौरतलब है कि भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में 303 सीटों पर जीत हासिल कर बहुमत की सरकार बनाई थी। उस चुनाव में भी बीजेपी ने इसी तरह का मास्टर प्लान तैयार किया था। भाजपा को उस प्लान का फायदा भी मिला था। तब 2019 में भाजपा ने 2014 की 282 सीटों की तुलना में 300 सीटों पर जीत दर्ज की थी।