ऑनलाइन फ्रॉड से चाहते है बचना, तो आज हम आपको कुछ टिप्स देने जा रहे हैं जो आपके लिए होंगे मददगार
इंटरनेट का इस्तेमाल देश का लगभग हर दूसरा आदमी करता है। ऐसे में आप क्या सर्च कर रहे हैं आपके लिए इंटरनेट सर्फिंग कितनी सुरक्षित है इन सभी बातों का ध्यान रखना जरूरी है। इसलिए आज हम आपको कुछ टिप्स देने जा रहे हैं जो आपके लिए मददगार होंगे।
बीते कुछ सालों में भारत में इंटरनेट का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है। इसने विकास को एक नई गति भी दी है। मगर इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि इंटरनेट के विस्तार के साथ ही इससे जुड़े खतरे भी बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि हम कुछ सावधानी बरतकर इन खतरों से बच सकते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताने जा रहे हैं, जो आपको सुरक्षित इंटरनेट सर्फिंग में मदद करेंगे। आइये इनके बारे में जानते हैं।
रिपोर्ट में मिली जानकारी
Kaspersky के विशेषज्ञों ने सरल आदतों की एक सूची तैयार की है, जो आपके पर्सनल डाटा की सुरक्षा को बेहतर बनाने और आने वाले वर्ष में जीवन को आसान बनाने में मदद कर सकती हैं। इन आदतों को अपनी डेली लाइफ में शामिल करने से आप कई खतरों से बच जाएंगे।
साल भर के बाद बदल दें पासवर्ड
ऑनलाइन खतरों से बचने के लिए जरूरी है कि आप नया साल शुरू होते ही अपने सभी ऑनलाइन अकाउंट के पासवर्ड को रिव्यू करें और उन्हें अपडेट करें। इस बात का ध्यान रखें कि आपका पासवर्ड यूनिक और जटिल हों।
इसके अलावा एक से अधिक अकाउंट के लिए एक जैसे पासवर्ड का उपयोग करने से बचें। अगर आपको पासवर्ड याद करने में परेशानी हो रही है तो आप पासवर्ड मैनेजर का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह कई पासवर्ड मैनेज करने में एक सहायक टूल हो सकता है, क्योंकि यह हर अकाउंट के लिए यूनिक और जटिल पासवर्ड क्रिएट करने के लिए ऑटो-फिल और पासवर्ड जनरेटर जैसी सुविधाएं देता है। इस तरह, आपको केवल एक मास्टर पासवर्ड याद रखना होगा।
डाटा ब्रीच अलर्ट के लिए करें साइन अप
पिछले कुछ समय से डाटा ब्रीच पर्सनल और कॉर्पोरेट अकाउंट के लिए एक बड़ा खतरा है। अक्सर हम डाटा ब्रीच की समस्या से जुझते हैं, जिससे उन सभी पर नजर रखना मुश्किल हो जाता है। अगर आपके अकाउंट की डिटेल लीक हो जाती है, तो अपराधी आपके अकाउंट का गलत उपयोग कर सकते हैं।
कुछ एडवांस पासवर्ड मैनेजर में आपको एक ऐसी सेवा मिलती है, जो लेटेस्ट डाटा लीक को स्कैन कर सकती हैं और जांचती हैं कि कहीं आपकी किसी जानकारी से समझौता तो नहीं किया गया है। ऐसे में अगर आपका कोई सहेजा गया लॉगिन या पासवर्ड हाल के डाटा लीक में दिखाई देता है तो आपको सूचना मिल जाएगी।
वीपीएन का करें इस्तेमाल
अगर आप ऑनलाइन अपनी प्राइवेसी और सिक्योरिटी को सुरक्षित रखना चाहते हैं तो वीपीएन आपके लिए भी जरूरी है। आधुनिक वीपीएन समाधान यूजर्स के अनुकूल हैं, तेज गति देते हैं, और व्यक्तिगत डाटा को निजी रखते हैं। आप ऑनलाइन खरीदारी करते समय, स्ट्रीमिंग सेवाओं को एक्सेस करते समय इनका इस्तेमाल कर सकते हैं। बता दें कि वीपीएन बेहतर प्राइवेसी देते हुए वेबसाइटों और विज्ञापनदाताओं से आपका आईपी एड्रेस भी छिपाते हैं।
दस्तावेजों को एन्क्रिप्टेड स्टोरेज में करें ट्रांसफर
अगर आप भी अपने डाक्यूमेंट को ऑनलाइन या डिवाइस में सुरक्षित रखते हैं तो इन्हें गलत हाथों में जाने से रोकने के लिए एन्क्रिप्टेड स्टोरेज का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए भी आप एक पासवर्ड मैनेजर का इस्तेमाल कर सकते है, जो आपके मेडिकल रिकॉर्ड और काम से संबंधित फाइलों सहित स्कैन, पीडीएफ और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेजों को स्टोर करने के लिए एक सुरक्षित विकल्प है। एन्क्रिप्टेड स्टोरेज सेवाएं पारंपरिक स्टोरेज विकल्पों की तुलना में अधिक सुरक्षित हैं।
अपने बच्चे के डिजिटल उपयोग की करें जांच
अगर आप चाहते हैं कि बच्चों के ऑनलाइन अनुभव सुरक्षित और सुखद हैं, उन्हें कम उम्र से ही ऑनलाइन सुरक्षा के बारे में सिखाना जरूरी है। इसलिए आप उन्हें इंटरनेट के बारे में समझाए ,जो आपको बच्चों की ऑनलाइन रुचियों के बारे में अधिक जानने में मदद करेगा। इसके अलावा आप चाइल्ड सेफ्टी सॉफ्टवेयर का विकल्प भी ले सकते हैं, जो माता-पिता को अपने बच्चों के शौक के बारे में अधिक जानने और कम उम्र से ही स्वस्थ डिजिटल आदतों को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं।