तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप ने अब तक 8000 से अधिक लोगों की ली जान

तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप ने अब तक 8000 से अधिक लोगों की जान ले ली है। इस गम में उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) के सभी 30 सदस्य देशों ने अपने झंडों को झुकाने का फैसला किया है। ब्रसेल्स में नाटो के मुख्यालय में भी झंडे आधे झुके रहे।  वहीं, भारत ने भी मदद के हाथ बढ़ाए हैं। भारतीय वायु सेना और एनडीआरएफ की टीम वहां पहुंच चुकी है और रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है। 

नाटो ने एक ट्वीट में कहा, “हमारे सहयोगी तुर्की के साथ एकजुटता दिखाने के लिए नाटो मुख्यालय में सभी झंडे आज आधे झुके हुए हैं।” नाटो ने भी मदद के लिए अपनी टीम तुर्की भेजी है। नाटो ने ट्वीट कर कहा, “20 से अधिक NATO देशों के 1400 से अधिक कर्मी तुर्की में तैनात हैं। वे विनाशकारी भूकंपों के बाद वहां राहत और बचाव अभियान चला रहे हैं।”

आपको बता दें कि भूकंप के बाद जारी संकट में तुर्की और सीरिया को भारत भी अपना समर्थन दे रहा है। मंगलवार को एनडीआरएफ की एक टीम लेकर भारतीय वायु सेना की C-17 विमान तुर्की पहुंची है। इसमें प्रशिक्षित डॉग स्क्वायड के साथ-साथ आवश्यक उपकरण भी हैं। इसके अलावा भारत ने करीब 6.5 टन राहत सामान भी तुर्की और सीरिया भेजा है। इनमें जीवन रक्षक दवाएं और चिकित्सा सामग्री शामिल हैं।

विनाशकारी भूकंप के बाद कई अन्य देश तुर्की की सहायता के लिए आगे आए हैं। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने मंगलवार को 10 दक्षिणी प्रांतों में तीन महीने के लिए इमरजेंसी की घोषणा की है। 

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