जीवा की लखनऊ में भरी अदालत में गोली मारकर हत्या के मामले में आया नया मोड़, जानें क्या
मुख्तार अंसारी के शूटर संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की लखनऊ में भरी अदालत में गोली मारकर हत्या के मामले में नया मोड़ आ गया है। सोमवार को हत्यारोपित का एक वीडियो प्रसारित हुआ, जिसमें विजय यादव नेपाल में सुपारी मिलने की बात कह रहा है।
बोल रहा है कि ‘अतीफ लखनऊ जेल में बंद है। इसकी दाढ़ी एक बार जीवा ने कटवा दी थी। अतीफ का भाई मुझे नेपाल में मिला था। उसका नाम असलम है। कुर्ता पायजामा पहनता है। हल्की दाढ़ी रखता है। उसने बोला था कि मेरे भाई अतीफ की दाढ़ी कटवा दी थी। तुम मेरे लिए काम करो, मैं तुम्हें 20 लाख रुपये दूंगा…’।
वीडियो पर उठ रहे सवाल
हत्यारोपित का वीडियो सामने आने के बाद कई सवाल उठ रहे हैं। अगर विजय पुलिसकर्मियों की अभिरक्षा में था और उससे सुरक्षाकर्मियों ने ही पूछताछ की थी तो यह वीडियो क्यों प्रसारित किया गया?
विवेचक ने विजय को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेने की अर्जी दी, उसके तुरंत बाद वीडियो प्रसारित हो गया। अब प्रश्न यह है कि क्या विजय ने वास्तविक तथ्यों को छिपाने के लिए यह बयान दिया है? क्या वह मुख्य साजिशकर्ता को बचाना चाह रहा है?
घटना के छठे दिन अचानक वीडियो कहां से आ गया? क्या पुलिस की विवेचना भटकाने के लिए साजिश के तहत ऐसा किया गया? सवाल कई हैं, जिसका जवाब लखनऊ पुलिस तलाश रही है। इस संबंध में संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) उपेंद्र अग्रवाल के मुताबिक, प्रसारित वीडियो से कोई मतलब नहीं है।
कस्टडी में आरोपित से होगी पूछताछ
पुलिस कस्टडी में आरोपित से पूछताछ की जाएगी। बयान पहले भी दर्ज किया गया था। आगे भी आरोपित का बयान दर्ज कर छानबीन होगी। साक्ष्य संकलन किए जा रहे हैं। उधर, हत्यारोपित का बयान सामने आने के बाद तरह-तरह की चर्चाएं हैं।
कहा जा रहा है कि विजय को असलम ने एक लाख रुपये एडवांस दिए थे। आरोपित को जो रुपये मिले थे, उसे उसने अपने दोस्तों के खाते में जमा करवाए थे। पुलिस आरोपित के पास से बरामद रिवाल्वर के बारे में जानकारी लेगी।
लखनऊ जेल में हैं अतीफ नाम के चार बंदी
विजय के बयान के बाद पुलिस टीम ने लखनऊ जेल में अतीफ नाम के बंदियों के बारे में छानबीन की।