पीरियड्स में महिलाओं को गहरे रंग के टाइट कपड़े पहनने से बचना चाहिए, जानें इसका कारण-
पीरियड्स एक स्थिति है, जिसका सामना महिलाओं को हर महीने करना पड़ता है। कुछ महिलाओं के पीरियड्स बहुत आसानी से हो जाते हैं। वहीं, कुछ को पीरियड्स दौरान गंभीर ऐंठन, पेट में गैस, मतली और हैवी ब्लीडिंग जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वैसे तो पीरियड्स में इस तरह की समस्याएं होना आम बात है, लेकिन अगर किसी महिला के लक्षण गंभीर होते हैं, तो इसके कई कारण हो सकते हैं। इसके एक बड़ा कारण शरीर में वात दोष का असंतुलन भी हो सकता है। ऐसे में हेल्थ एक्सपर्ट यह सलाह देते हैं कि पीरियड्स के दौरान महिलाओं को हल्के रंग के और ढीले कपड़े पहनने चाहिए। लेकिन क्या आपने कभी यह जानने की कोशिश की है आखिर ऐसा क्यों है? आयुर्वेदिक चिकित्सक और थायराइड एक्सपर्ट डॉ. अल्का विजय ने अपनी एक इंस्टाग्राम पोस्ट में इससे जुड़ी जरूरी जानकारी शेयर की है। इस लेख में हम आपको इसके बारे में विस्तार से बता रहे हैं।
पीरियड्स के दौरान हल्के रंग के ढीले-ढाले कपड़े क्यों पहनें-
डॉ. अल्का के अनुसार, “पीरियड्स वह समय होता है, जब महिलाओं के शरीर में वात-पित्त दोष बढ़ता है। वात दोष की अधिकता मासिक धर्म के दौरान ‘ब्लीडिंग’ की प्रक्रिया को ट्रिगर करती है। वहीं, पित्त दोष अधिकता ब्लीडिंग के लिए शरीर में पर्याप्त गर्मी को सुनिश्चित करती है। इसकी वजह से आपको कुछ लक्षण नोटिस होते हैं जैसे,
- पेट में ऐंठन / दर्द/ बेचैनी
- शरीर में गर्मी बढ़ती है।
- कुछ महिलाएं ठंड महसूस करते हैं।
- मन बेचैन रहता है और थकान महसूस होती है।
- महिलाएं इस दौरान आराम करना पसंद करती हैं।
ऐसे में हल्के रंग के ढीले-ढाले कपड़े पहनने से वात दोष की अधिकता से बचाव में मदद मिलती है। इससे पीरियड्स के लक्षण कम होते हैं और कई लाभ भी मिलते हैं।
पीरियड्स में हल्के और ढीले-ढाले कपड़े पहनने के फायदे-
अगर आप भी पीरियड्स के दौरान गंभीर लक्षण नोटिस करते हैं, तो ऐसे में टाइट और गहरे रंग के कपड़ने पहनने से बचें, क्योंकि ये शरीर में गर्मी बढ़ाते हैं। खासकर, कूल्हे के आसपास की टाइट फिटिंग वाले कपड़े पहनने से सख्त बचें। इसकी बजाए हल्के रंग के ढीले कपड़ने पहनें और स्वस्थ रहें।