एटा के सूर्य प्रताप बने कलयुग के श्रवण कुमार
निर्मल गंगा शपथ अभियान एवं जागरूकता यात्रा
नमामि गंगे की सद्भावना सब तक पहुंचे और मां गंगा निर्मल बनी रहे जिसको लेकर निर्मल गंगा सफाई अभियान एवं जागरूकता यात्रा विगत एक दशक से लगातार जारी है आयोजक सूर्य प्रताप सिंह श्रवण गंगा सेवा समिति के जरिए हजारों लोगों को अब तक मां गंगा की निर्मलता को बनाए रखने के लिए जागरूक करते आ रहे हैं अपने इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए आयोजकों ने सभी श्रद्धालुओं से गंगा की निर्मलता को बनाए रखने के लिए ना सिर्फ अपील की है बल्कि यात्रा से पूर्व सभी श्रद्धालुओं को शपथ दिलाई है कि हम सभी गंगा नदी में कभी कोई कचरा और गंदगी नहीं डालेंगे गंगा में ना साबुन से स्नान करेंगे और ना ही गंगा तट पर अपने कपड़े साबुन या डिटर्जेंट से धोयेंगे इसके लिए अपने परिवार और आसपास के लोगों के साथ ही अपने बच्चों को भी जागरूक करेंगे हम सब आज ये शपथ लेते हैं…
हमारे बूढ़े बुजुर्गों का हिंदू धर्म में यह सपना जरूर होता है कि वह अपने जीवन काल में गंगा स्नान करके पुण्य कमाए लेकिन हर व्यक्ति इतना समर्थ नहीं होता है कि वह बार-बार गंगा के पवित्र जल से स्नान करके अपनी तीर्थ यात्रा पूरी करें जिसके लिए एटा के सूर्य प्रताप सिंह आज सैकड़ों परिवार के लिए श्रवण कुमार बन गए हैं आज जनपद में उनको कलयुग का श्रवण कुमार कहां जा रहा है
इतना ही नहीं सूर्य प्रताप सिंह उर्फ प्यार से कहे जाने वाले सूरज भैया इलाके में न सिर्फ गरीबों को गंगा स्नान कराने वाले एक व्यक्ति के रूप में जाने जा रहे हैं बल्कि गंगा स्वच्छता अभियान के प्रणेता के रूप में भी देखे जा रहे हैं
31 अगस्त को पुर्णिमा को श्रवण गंगा सेवा समिति के तत्वावधान में एटा जनपद के अवागढ़ ब्लॉक के सचिव, श्रवण गंगा सेवा समिति, सूर्य प्रताप सिंह के लालपुर फार्म हाउस पर आर एस एस के विभाग प्रचारक कुलदीप व विशिष्ट अतिथि विकास ने बाबा खाटू श्याम की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलित करके श्रद्धालुओं को बसों द्वारा गंगा स्नान के लिए रवाना किया व साथ ही सैकड़ों श्रद्धालुओं ने गंगा स्वच्छता अभियान की जन जाग्रति के लिए शपथ ली। श्रवण गंगा सेवा समिति के सचिव सूर्य प्रताप सिंह का कहना है कि हम इस कार्यक्रम को एटा जनपद के जलेसर तहसील के अपने अवागढ़ ब्लॉक में लालपुर गांव स्थित फार्म हाउस से लगातार एक दशक से हर पूर्णिमा को हजारों श्रद्धालुओं को गंगा स्नान के लिए रवाना करते हैं और अब यह कार्यक्रम मातृ-पितृ की सेवा व आर्शीवाद की प्रेरणा के साथ “गंगा स्वच्छता अभियान” का जनान्दोलन बन गया है और अब इस अभियान में हजारों युवा एक वोल्यन्टीयर के रूप में अपनी निजी श्रद्धा से जुड़ते जा रहे हैं, मुझे मां गंगा पर पूरा विश्वास है कि वह इस अभियान को जरूर सफल बनाने का आर्शीवाद देंगी।
सूर्य प्रताप का कहना है कि-
हम सब देश के जागरूक नागरिक के रूप में शपथ लेते हैं कि देश के लिए जीवनदायिनी गंगा को साफ, स्वच्छ और निर्मल बनाए रखने के लिए व्यक्तिगत रूप से प्रयासरत रहेंगे व अपने मित्रों से आह्वान करूंगा कि वह भी गंगा की पवित्रता और शुचिता को बनाए रखने में अपना योगदान दें। गंगा पूरे देश के लिए पालनहार होने के कारण हमारी माता समान है, इसलिए इसकी निर्मलता और पवित्रता को बनाए रखना हमारा कर्तव्य है। मैं गंगा के किनारे रहने वाले समस्त लोगों से अपील करता हूं कि देश को जीवन देने वाली गंगा की स्वच्छता के लिए और इसके मूल स्वरूप को बनाए रखने के लिए गंदगी को गंगा में कतई प्रवाहित न करें। साथ ही गंगा किनारे स्थित औद्योगिक इकाइयों के स्वामियों से भी अनुरोध करता हूं कि वे अपनी इकाइयों का अवशिष्ट पदार्थ गंगा में न जाने दें व गंगा स्नान के समय कोई भी श्रद्धालु गंगा में साबुन, शैम्पू प्रयोग नहीं करें, ताकि हम सबके सामूहिक रचनात्मक प्रयासों से गंगा फिर से निर्मल और स्वच्छ बन सके।