कैलाश मानसरोवर यात्रा का पहला जत्था 15 को होगा रवाना, पर्यटन मंत्री गाजियाबाद में दिखाएंगे हरी झंडी


लखनऊ: कोरोना महामारी के कारण स्थगित यात्रा के प्रति श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह है। पर्यटन व संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह 15 जून को तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को गाजियाबाद से हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
लगभग पांच साल बाद कैलाश मानसरोवर यात्रा इस बार फिर 15 जून से शुरू हो रही है। कोरोना महामारी के कारण स्थगित यात्रा के प्रति श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह है। पर्यटन व संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह 15 जून को तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को गाजियाबाद से हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
यात्रियों की सुविधा के लिए प्रदेश सरकार के धर्मार्थ कार्य विभाग द्वारा गाजियाबाद के इंदिरापुरम में विभिन्न सुविधाओं से युक्त कैलाश मानसरोवर यात्रा भवन का निर्माण कराया गया है। इसका संचालन राज्य पर्यटन विकास निगम लिमिटेड (यूपीएसटीडीसी) द्वारा किया जा रहा है। यात्रा के दौरान लिपुलेख, उत्तराखंड व नाथू ला सिक्किम के मार्ग से यात्रियों के 15 जत्थे कैलाश मानसरोवर पहुंचेंगे। हर जत्थे में 50 यात्री शामिल होंगे।
पर्यटन मंत्री ने कहा कि धर्मार्थ कार्य विभाग की ओर से कैलाश मानसरोवर तीर्थयात्रियों के लिए पुख्ता प्रबंध किये गए हैं। गाजियाबाद के इंदिरापुरम में कैलाश मानसरोवर यात्रा भवन तीर्थयात्रियों को यात्रा के पहले एक ही स्थान पर सभी आवश्यक सुविधाएं देगा। पूरी तरह वातानुकूलित भवन में एक समय में 288 लोगों के ठहरने की सुविधा उपलब्ध है।
इसके अतिरिक्त भूतल पर स्थित भोजनालय में यात्रियों को शुद्ध भोजन दिया जाएगा। योग प्रशिक्षकों की देखरेख में प्रतिदिन योग सत्र आयोजित होंगे। जिससे यात्री शारीरिक, मानसिक व आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ व ऊर्जावान रहेंगे। वहीं भजन संध्या कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा। कैलाश मानसरोवर यात्रा 15 जून से शुरू होकर 25 अगस्त तक चलेगी। परिसर में स्वास्थ्य केंद्र भी स्थापित किया गया है, जहां डॉक्टरों की टीम मेडिकल जांच करेगी।
भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के स्टाफ, जिला प्रशासन के अधिकारी एवं पर्यटन निगम के अधिकारी एवं कर्मचारी भी उपलब्ध रहेंगे। कैलाश मानसरोवर यात्रा भवन परिसर में तीर्थयात्रियों के प्रयोग के लिए प्रदेश पर्यटन के साहित्य ब्रोशर किट उपलब्ध रहेंगे। तीर्थ यात्रियों के आगमन पर उनका भारतीय परंपरा के अनुरूप स्वागत किया जाएगा। परिसर में स्थापित ट्रेवल डेस्क के माध्यम से टूर पैकेज, परिवहन व टिकट संबंधी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।