इस खिलाड़ी ने 20 साल बाद ऑस्ट्रेलिया में जिताया था टेस्ट मैच

 भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज का आगास 6 दिसंबर को एडिलेड में हो रहा है.  टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया में 44 में से केवल 5 टेस्ट जीते हैं. साल 2003 में अपनी बेहतरीन गेंदबाजी के दम पर एडिलेट में ही टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया में जीत दिलाने वाले अजित अगरकर मंगलवार को अपना  पिछली बार ऑलराउंडर अजित अगरकररहे अपने करियर में उन्होंने न सिर्फ गेंद से कमाल दिखाया बल्कि बल्लेबाजी में भी ऐसे ऐसे रिकॉर्ड बनाए, जो कम से कम दूसरा भारतीय खिलाड़ी अब तक नहीं तोड़ पाया.

4 दिसंबर 1977 को मुंबई में जन्मे अजित अगरकर ने 191 वनडे मैच खेले. इसमें उन्होंने 113 पारियों में 1269 रन बनाए. इसमें तीन अर्धशतक भी शामिल हैं. इतने ही वनडे मैचों में अगरकर ने 288 विकेट लिए. भारत की ओर से अगरकर ने 26 टेस्ट मेचों में 1 शतक के सहारे 571 रन बनाए. टेस्ट करियर में उन्होंने 58 विकेट लिए. अपने करिअर में अजित आगरकर ने कुछ बड़े रिकॉर्ड्स अपने नाम किए. उन्होंने बल्ले और गेंद दोनों से से कमाल का प्रदर्शन किया. उनके कुछ रिकॉर्ड तो ऐसे हैं, जो आज तक कोई भारतीय नहीं तोड़ पाया है.

अगरकर के ये रिकॉर्ड नहीं टूटे हैं अब भी
वनडे में भारत की तरफ से सबसे तेज (21 गेंद) अर्धशतक लगाने का रिकॉर्ड अब तक अजित अगरकर के नाम है. वनडे मैचों में एक पारी में सबसे ज्यादा बार 4 विकेट लेने के मामले में भारतीय गेंदबाजों में अजित अगरकर अब भी सबसे आगे हैं. उन्होंने 191 वनडे में 12 बार 4 विकेट लिए हैं. इसमें मामले में पहले नंबर पर वकार यूनिस हैं. उन्होंने 27 बार ये कारनामा किया है.

ये शानदार रिकॉर्ड भी हैं अगरकर के नाम
अजित अगरकर के नाम सबसे कम वनडे मैचों में 200 विकेट और 1000 रन बनाने का रिकॉर्ड है. उन्होंने शॉन पॉलक के 138 मैचों का रिकॉर्ड तोड़ा था. वनडे में सबसे तेजी से 50 विकेट लेने के मामले में वह अब भी भारत के सबसे कामयाब गेंदबाज हैं. उन्होंने 23 मैचों में 50 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया. इसके लिए उन्होंने डेनिस लिली का रिकॉर्ड तोड़ा था. हालांकि उनके इस रिकॉर्ड को श्रीलंकाई गेंदबाज अजंता मैंडिस ने बाद में तोड़ दिया.

ऑस्ट्रेलिया में दिलाई थी लंबे समय बाद टेस्ट में जीत
2003 में 20 साल बाद भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में टेस्ट मैच में हराया था, तो उसमें अजित आगरकर का बड़ा योगदान था. उन्होंने 41 रन देकर 6 विकेट लिए थे. क्रिकेट के मक्का कहे जाने वाले लॉर्डस के मैदान में आगरकर ने 8वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए शतक बनाया था.

एक अनचाहा रिकॉर्ड यह भी
अगरकर ने जहां अपनी कमाल की गेंदबाजी और बल्लेबाजी दिखाई तो तो एक रिकॉर्ड ऐसा भी है, जो वह कभी याद नहीं करना चाहेंगे. अगरकर एक बार सात टेस्ट पारियों खाता भी नहीं खोल सके थे. ये मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए. 1999-2000 में वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगातार चार पारियों में शून्य पर आउट हुए.

Related Articles

Back to top button