केजीएमयू में एमबीबीएस स्टूडेंट्स को दिया जाएगा सॉफ्ट स्किल्स का प्रशिक्षण
केजीएमयू अब एमबीबीएस के कोर्स में सॉफ्ट स्किल मॉड्यूल को भी शामिल करेगा। सॉफ्ट स्किल मॉड्यूल फॉर हेल्थ प्रोफेशनल को अनिवार्य विषय के तौर पर कोर्स में शामिल किया जाएगा। जनवरी से इसे एमबीबीएस फस्र्ट ईयर के विद्यार्थियों को पढ़ाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है।
इसका मकसद विद्यार्थियों को पॉजिटिव सोच रखने, लीडरशिप का गुण पैदा करने और टीम बनाकर काम करने के साथ मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार करने के लिए प्रेरित करना होगा। केजीएमयू के इंस्टीट्यूट ऑफ स्किल के निदेशक व डीन डॉ. विनोद जैन ने बताया कि सॉफ्ट स्किल माडयूल फॉर हेल्थ प्रोफेशनल के अंतर्गत एमबीबीएस फस्ट ईयर के विद्यार्थियों के व्यक्तित्व के संपूर्ण विकास पर जोर दिया गया है।
वह मेडिकल की बेहतर पढ़ाई के साथ टीम वर्क कर कोई नई खोज करें और अपने भीतर मानवीय गुणों का विकास करें। उन्हें अभी पढ़ाई के साथ न तो कम्युनिकेशन स्किल बेहतर करने का पाठ पढ़ाया जाता है न ही पर्सनैलिटी डेवलपमेंट का। मगर अब इसे अनिवार्य विषय के तौर पर पाठ्यक्रम में शामिल करने से बेहतर परिणाम मिलेंगे। डॉ. विनोद जैन कहते हैं कि मेडिकल कॉलेजों में जिस तरह से मरीजों की भीड़ बढ़ रही है उसे देखते हुए बेहतर मैनेजमेंट व मरीज को अच्छे व्यवहार को जानना भी जरूरी है। उम्मीद है कि एमबीबीएस में सॉफ्ट स्किल मॉड्यूल को शामिल करने से बेहतर परिणाम सामने आएंगे।
जूनियर डॉक्टर भी होंगे प्रशिक्षित
- एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी कर जूनियर डॉक्टर के तौर पर प्रैक्टिस करने वाले व पीजी में दाखिला लेने वाले डॉक्टरों भी इस मॉड्यूल के तहत प्रशिक्षित किया जाएगा।
- सिविल हॉस्पिटल में जल्द शुरू होगी पीडियाट्रिक आइसीयू विकल्प।
- सिविल हॉस्पिटल में शुरू होगी बच्चों के लिए आईसीयू यूनिट।
- बीते 10 माह से लटका हुआ था यूनिट निर्माण का काम ।
- चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ को दिया जाएगा प्रशिक्षण।