अयोध्याः मोरारी बापू ने गणिकाओं की मौजूदगी में सुनाई ‘राम कथा’

जहां एक और गणिकाओं (नगर वधुओं) को सामाजिक दायरे में बैठने का हक नहीं है. समाज उनसे दूर है. वहीं प्रख्यात कथा वाचक मोरारी बापू ने धार्मिक नगरी अयोध्या में उन्हीं गणिकाओं को मंच के बगल बैठाकर प्रमुख स्थान देकर सम्मान प्रदान किया है. कथा वाचक मोरारी बापू ने अपनी कथा की शुरुआत गणिकाओ के प्रसंग से की है. मोरारी बापू के मंच के बगल में जहां धनाढ्य लोग, प्रशासनिक अधिकारी और अयोध्या विधायक बैठे थे, वहीं उसी प्रमुख स्थान पर गणिकाओ के बैठने का प्रबंध किया गया था .

भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या में रामचरितमानस की कथा का रस प्रख्यात कथा वाचक मोरारी बापू के मुख से सुनने के लिए देश के कई इलाकों से गणिकाएं पहुंची. मोरारी बापू के आवाहन पर यह गणिका अयोध्या पहुंच . 25 नवंबर को हुई विश्व हिंदू परिषद की धर्म सभा का स्थान बड़ी भक्त माल की बगिया में ही कथा वाचक मोरारी बापू की कथा चल रही है.

गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस में गणिकाओं पर प्रसंग है. कथावाचक मोरारी बापू ने गणिकाओं के उद्धार के लिए उनके ही प्रसंगों से अपनी कथा की शुरुआत की. कथावाचक देव मोरारी बापू की कथा 22 दिसंबर से 30 दिसंबर तक अयोध्या में चलेगी. जिसमें प्रत्येक दिन देश के कोने-कोने से आई गणिकाएं कथा के रस का पान अथार्थ कथा को सुनेगी और अपने जीवन का उद्धार करेंगी.

कथावाचक मोरारी बापू का कहना है कि अयोध्या भगवान श्री राम की नगरी लोगों के जीवन का उद्धार करने वाली नगरी है. उन्हीं की नगरी में रामचरितमानस की कथा का प्रसंग कहना और गणिकाओं का आना उनके जीवन में बदलाव लाने का संकेत देता है. श्री राम की कृपा से इन गणिकाओं के जीवन में बदलाव आएगा और ईश्वर इन गणिकाओं का उद्धार करेगा .

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