सिविल सेवा परीक्षा के लिए आयु सीमा घटाने को लेकर ये बोले केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह
अब से कुछ दिनों पूर्व नीति आयोग ने केंद्र सरकार से सिफारिश की थी कि सिविल सेवा परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों की अधिकतम आयु सीमा कम की जानी चाहिए। सिफारिश में आयोग का कहना था कि परीक्षा देने के लिए सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए आयु सीमा इस समय 30 साल है, जिसे घटाकर 27 साल किया जाना चाहिए। अब इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह का बयान सामने आया है। सिंह ने कहा कि सरकार ने ऐसा कोई कदम नहीं उठाया है।
कोई कदम नहीं उठाया गया
जानकारी के अनुसार राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, सरकार ने सिविल सेवा परीक्षाओं में उपस्थित होने के लिए पात्रता के आयु मानदंड में बदलाव किए जाने को लेकर सरकार द्वारा कोई कदम नहीं उठाया गया है। सभी रिपोर्ट्स और अटकलों पर विराम लग जाना चाहिए। आयुसीमा को घटाने को लेकर दिए सुझाव में नीति आयोग का कहना था कि इसे साल 2022-23 तक लागू कर दिया जाना चाहिए। आयोग ने यह भी कहा था कि सिविल सेवा परीक्षाओं के लिए केवल एक ही परीक्षा आयोजित की जानी चाहिए।
विशेषज्ञों की सेवाएं मिल पाएंगी
आयोग की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि नौकरशाही में उच्च स्तर पर विशेषज्ञों की लेटरल एंट्री को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। इससे ये लाभ होगा कि हर क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा विशेषज्ञों की सेवाएं मिल पाएंगी। ये सुझाव इसलिए भी दिए गए थे क्योंकि भारत की एक तिहाई से अधिक जनसंख्या की उम्र इस वक्त 35 साल से कम है। वहीं सिविल सर्विसेज में चयनित होने वाले अभ्यर्थियों की औसत आयु साढ़े 25 साल है।