दिल्‍ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने जेएनयू के पूर्व छात्र शरजिल इमाम पर दर्ज किया मुकदमा….

40 दिनों से ज्‍यादा से ज्‍यादा सुर्खियों में रहने वाले शाहीन बाग का एक कथित वीडियो आज कल राजनीति में चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं दिल्‍ली पुलिस के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। सीएए और एनआरसी को लेकर जारी गतिरोध के बीच एक कथित वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में देश विरोधी बातें हो रही हैं। इसी को लेकर दिल्‍ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने जेएनयू के पूर्व छात्र शरजिल इमाम पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने यह कार्रवाई आइपीसी के सेक्‍शन 153 के अंतर्गत दर्ज कर की है।

क्‍या है वीडियो में

यह वीडियो शरजिल इमाम का बताया जा रहा है। वायरल हुए विडियो में जेएनयू के पूर्व छात्र शरजिल इमाम ने कहा कि हमारे पास संगठित लोग हों तो हम असम से हिंदुस्तान को हमेशा के लिए अलग कर सकते हैं। हमेशा के लिए नहीं तो कम से कम से कम एक-दो महीने के लिए असम को हिंदुस्तान से कट कर ही सकते हैं। रेलवे ट्रैक पर इतना मलबा डालो कि उनको एक महीना हटाने में लग जाए। असम को काटना हमारी जिम्मेदारी है।

इधर, देशविरोधी भाषण वाला वीडियो सार्वजनिक करके भाजपा ने आरोप लगाया कि शाहीन बाग में देश को बांटने की साजिश रची जा रही है। उसने इस बहाने आप और कांग्रेस को कठघरे में खड़ा किया है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्र ने दावा किया कि वीडियो शाहीन बाग की है। इसमें एक व्यक्ति मुस्लिमों से असम को देश से अलग करने का आह्वान कर रहा है।

प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के नाम पर दिए जा रहे धरने में देशविरोधी साजिश रची जा रही है। देश विरोधी नारे लगाए जा रहे हैं। बीते कल शरजील इमाम नामक व्यक्ति ने शाहीन बाग में खुलेआम देश तोड़ने का आह्वान किया है। यह चिंताजनक और देशद्रोह है। उन्होंने कहा कि शाहीन बाग में जिस तरह से देश को बांटने की साजिश हो रही है, उसे देखते हुए उसे दिशाहीन बाग या तौहीन बाग कहना चाहिए।

उन्होंने कहा कि भाषण में लोगों को बताया जा रहा है कि असम मुस्लिम बहुल है और उन लोगों की हिफाजत करना हमारी जिम्मेदारी है। पूवरेत्तर के राज्यों को शेष भारत की सीमा से जोड़ने वाले रास्ते बंद करने होंगे। रास्ते पर इतना मलबा डालना होगा कि सेना कम से कम एक माह तक वहां नहीं पहुंच सके। लोगों से, गैर मुस्लिमों से अपनी शर्तों पर समर्थन लेने का भी आह्वान किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए आंदोलन करने की बात कहने वाले देश को बांटने की साजिश रच रहे हैं। मीडिया पर हमले किए जा रहे हैं। राहुल गांधी और अर¨वद केजरीवाल भी भारत को टुकड़े-टुकड़े करने की धमकी देने वालों के साथ खड़े हैं। उन्हें देशद्रोहियों के साथ खड़े होने का कारण बताना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ लोग दिल्ली की कानून-व्यवस्था खराब करना चाहते हैं, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे। देश को बांटने और उसके टुकड़े-टुकड़े चाहने वालों को देश व दिल्ली की जनता माफ नहीं करेगी।

Related Articles

Back to top button