कुमारास्वामी की कैबिनेट में टकराव, विभाग को लेकर नहीं बन पा रही बात
एच. डी. कुमारास्वामी नीत गठबंधन कैबिनेट में शामिल किए गए नये मंत्रियों के विभागों की घोषणा गुरुवार को किए जाने की संभावना है वहीं पार्टी असंतोष और विभाग बंटवारे की समस्याओं से जूझ रही है. नेताओं ने पार्टी के अंदर असंतोष को तवज्जो नहीं दी जबकि हाल में फेरबदल के बाद असंतोष को दबाने के प्रयास जारी हैं. कर्नाटक में कांग्रेस के प्रभारी महासचिव के. सी. वेणुगोपाल ने विभाग आवंटन पर कई बैठकें कीं जो एक और चिंता के विषय के रूप में उभरा है क्योंकि नये मंत्री महत्वपूर्ण माने जाने वाले विभागों के लिए प्रयासरत हैं.
पार्टी के सूत्रों ने बताया कि कई वरिष्ठ मंत्री महत्वपूर्ण विभागों को छोड़ने के लिए इच्छुक नहीं हैं जो पार्टी के लिए चिंता का विषय है. कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया, प्रदेश कांग्रेस प्रमुख दिनेश गुंडु राव और उपमुख्यमंत्री जी. परमेश्वर राव एवं अन्य नेताओं से मुलाकात के बाद वेणुगोपाल ने संवाददाताओं से कहा कि मंजूरी के लिए विभागों की सूची कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजी जा रही है.
उन्होंने कहा, ‘‘नये मंत्रियों के विभागों के आवंटन पर मैंने नेताओं से चर्चा की है और उनके विचार जाने हैं. यह मंजूरी के लिए कांग्रेस अध्यक्ष के पास जा रही है जो इसे जल्द मंजूरी देंगे.’’ बैठक को ‘‘सार्थक’’ बताते हुए राव ने कहा कि वेणुगोपाल बुधवार की शाम या रात में दिल्ली में गांधी से मुलाकात कर सकते हैं और वह विभाग बंटवारे को अंतिम रूप देंगे.
उन्होंने कहा कि इस तरह की खबरें ‘‘अनावश्यक कयासबाजी’’ है कि दो या तीन विभाग रखने वाले मंत्री कुछ प्रमुख विभागों को नहीं छोड़ना चाहते हैं. खबरों के मुताबिक, बुधवार को पार्टी के शीर्ष नेताओं के बीच हुई बैठक सौहार्दपूर्ण नहीं रही क्योंकि सिद्धारमैया ने परमेश्वर को अपने कुछ महत्वपूर्ण विभाग छोड़ने के लिए कहा जिस पर उन्होंने नाराजगी जताई.
वर्तमान में उनके पास गृह, बेंगलुरू महानगर से जुड़े मामले, युवा मामले और खेल विभाग हैं. इस तरह की खबरों से इंकार करते हुए राव ने कहा, ‘‘हर चीज पर अच्छे माहौल में चर्चा हुई. मैंने भी झड़पों की कुछ रिपोर्टें देखीं. वे सभी आधारहीन हैं. मीडिया के एक हिस्से ने कहा कि विभागों पर निर्णय हो चुका है और वह सूची ले कर आ गए.’’