हड़ताल का दूसरा दिन: खगडि़या में सड़क जाम, जहानाबाद में ट्रेन-ट्रैफिक बाधित
केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की हड़ताल का बुधवार को दूसरा दिन है। श्रमिक संगठनों के लोग एक बार फिर बंद कराने के लिए बाहर निकल पड़े हैं। बुधवार को वामदल भी बंद के समर्थन में सामने आ गए हैं। जबकि, राजद ने हड़ताल का समर्थन किया है। मिल रही जानकारी के अनुसार खगडि़या में प्रदर्शनकारियों ने मांगों के समर्थन में सड़क जाम कर दिया है। बैंकों में कर्मियों ने ताले लटका दिये हैं। वाम मोर्चा कार्यकर्ताओं ने एनएच 107 के उसराहा चौक के समीप रोड को जाम कर दिया है। वहीं जहानाबाद से भी ट्रेन बाधित करने की खबर आ रही है। यहां पर माले कार्यकर्ताओं ने भभुआ-पटना इंटरसिटी को रोका। साथ ही पटना-गया मार्ग को काको मोड़ के पास जाम किया।
इस्लामपुर व शेखपुरा में ट्रेनें रोकी
बुधवार को इस्लामपुर में वामपंथी और आशा कार्यकर्ताओं ने करीब 1 घंटा तक पैसेंजर ट्रेन रोकी गई। वहीं, शेखपुरा में भी गया-हावड़ा एक्सप्रेस को आंदोलनकारियों ने रोका। इससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई। इसी तरह, पटना में बैंककर्मी अपनी मांगों लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि ऑटो समेत अन्य वाहन पटना में चल रहे हैं और यातायात पर इसका बहुत ज्यादा असर नहीं हैं।
हाल पटना का
वहीं मंगलवार के प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन ने भी पूरी तैयारी कर ली है। पटना के डाकबंगला चौराहे पर प्रशासन पूरी तरह चौकस है। उधर जिलों से मिल रही जानकारी के अनुसार प्रदर्शनकारी अपने-अपने प्रभाव वाले क्षेत्रों में निकल पड़े हैं। हड़ताल के दूसरे दिन भी केंद्र सरकार के कई कार्यालयों में ताला लटके हुए हैं। बंद को देखते हुए पटना में निजी स्कूलों को बंद रखा गया है।
पहले दिन का हाल
हड़ताल के पहले दिन का असर सबसे अधिक पटना के डाकबंगला चौराहे पर पड़ा। दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक यातायात पूर्ण रूप से ठप रहा। प्रदर्शनकारियों ने नरेंद्र मोदी हाय-हाय, न्यूनतम मजदूरी देनी होगी जैसे नारे लगाते रहे। राजभवन जा रही आंगनबाड़ी-सेविका सहायिका ने पुलिस-प्रशासन को परेशान कर दिया। कोतवाली थाना के पास इन्हें बैरियर लगाकर रोका गया। ऐक्टू, इंटक, बिहार राज्य विद्यालय रसोइया संघ, बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ-गोप गुट, अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा, बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ-गोपगुट, चतुर्थवर्गीय कर्मचारी आदि संगठन बंद में शामिल रहे।
राजद व वामदल का समर्थन
श्रमिक संगठनों, आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका, मनरेगा मजदूर व तालिमी मरकज कर्मियों के बिहार बंद का राजद ने समर्थन किया है। पार्टी प्रवक्ता चितरंजन गगन ने इसकी जानकारी दी। इसे लेकर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामचंद्र पूर्वे की अध्यक्षता में पार्टी कार्यालय में कल बैठक भी हुई। बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, डॉ. तनवीर हसन व प्रदेश प्रवक्ता डॉ. रामानुज प्रसाद शामिल हुए। वहीं विभिन्न टेड यूनियनों की आम हड़ताल के समर्थन में वामपंथी दल भी आ गए हैं। भाकपा के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह और माकपा के सचिव अवधेश कुमार ने बताया कि ट्रेड यूनियनों के संयुक्त आह्वान पर हड़ताल के पहले दिन राज्यभर में प्रदर्शन व जुलूस निकाला गया।
ट्रेड यूनियनों की प्रमुख मांगें
श्रम कानूनों में मालिक पक्षीय सुधारों को वापस लेने, सभी के लिए न्यूनतम वेतन 18 हजार का प्रावधान करने, समान काम के लिए समान वेतन लागू करने, पुरानी पेंशन नीति बहाल करने, महंगाई पर रोक लगाने सहित अन्य मांगें।
प्रशासन सतर्क
बंद के दौरान तोड़फोड़ करने वालों पर प्राथमिकी दर्ज होगी। जिलाधिकारी कुमार रवि ने जगह-जगह दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी के साथ महिला और पुरुष बल को तैनात कर दिया है। ये सुबह छह बजे से स्थिति सामान्य होने तक प्रतिनियुक्त स्थल पर तैनात रहेंगे। वीडियोग्राफी होगी। डाकबंगला पर एक वाहन माइक से सुसज्जित रहेगा। गेट पब्लिक लाइब्रेरी गर्दनीबाग के कैम्पस को अस्थायी जेल बनाया गया है। यहां बंद समर्थकों को गिरफ्तार कर रखा जाएगा।
पटना डीएम ने दिये निर्देश
जिलाधिकारी ने थानाध्यक्षों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि बंद के दौरान अपने-अपने क्षेत्र में विधि व्यवस्था बनाए रखें। असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखें। थानेदार डिजिटल कैमरे से तस्वीरें लेना सुनिश्चित कराएं। पीसीआर डीएसपी प्रतिनियुक्त बल का अनुश्रवण करेंगे। यातायात एसपी सुगम यातायात की व्यवस्था का कार्य करेंगे। सिविल सर्जन जिला नियंत्रण कक्ष, डाकबंगला, पटना जंक्शन सहित महत्वपूर्ण स्थलों पर जीवन रक्षक दवा, एम्बुलेंस के साथ चिकित्सक की व्यवस्था करेंगे। थाना मोबाइल लगातार गश्ती करेगा। डाकबंगला, कारगिल चौक, जेपी गोलंबर, पटना जंक्शन गोलंबर, आयकर गोलंबर, पटना उच्च न्यायालय के आसपास, हड़ताली मोड़, बोरिंग रोड चौराहा, आर.ब्लॉक, राजेंद्र चौक, मीठापुर बस पड़ाव सहित कई स्थानों पर पुलिस बल तैनात किए गए हैं।