पिछली बार विराट के शतक के बावजूद भी मेलबर्न में वनडे नहीं जीत पाई थी टीम इंडिया
सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के हाथों 34 रनों की हार के बाद टीम इंडिया ने एडिलेड वनडे में शानदार जीत हासिल कर सीरीज को 1-1 से बराबर कर दिया. भारत की इस जीत से सीरीज रोमांचक हो गई है. इससे सीरीज का आखिरी वनडे जो कि मेलबर्न में होने वाला है, काफी रोमांचक हो गया है. इस मैच को जीतने वाली टीम सीरीज पर भी कब्जा कर लेगी. मेलबर्न में टीम इंडिया का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है. हालांकि यहां दोनों देशों के बीच हुआ पहला मैच भारत ने जीता लेकिन इसके बाद से ऑस्ट्रेलिया ही हावी रही है.
अब तक ऑस्ट्रेलिया में दोनों देशों के बीच 50 वनडे मुकाबले हुए हैं जिसमें टीम इंडिया ने केवल 12 में जीत और 36 मुकाबलों में हार का सामना किया है. वहीं दो मैचों में नतीजा नहीं निकल सका है. इनमें से अब मेलबर्न में 14 मैच हुए हैं. इनमें से टीम इंडिया ने 5 में जीत और 9 में हार का सामना किया है.
मेलबर्न की ही बात करें तो सबसे पहले 6 दिसंबर 1980 को दोनों टीमों के बीच मेलबर्न में पहला मैच हुआ था. सुनील गावस्कर की कप्तानी में इस मैच में टीम इंडिया ने जीत हासिल थी. पिछली बार दोनों टीमों के बीच इस मैदान पर मुकाबला 17 जनवरी 2016 को हुआ था. पांच वनडे मैचों की सीरीज का यह तीसरा मैच था और टीम इंडिया पहले ही 0-2 से सीरीज में पीछे चल रही थी.
विराट का शतक, धवन और रहाणे की फिफ्टी लगी थी
इस मैच में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव स्मिथ ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया था. टीम इंडिया के लिए रोहित शर्मा नहीं चल पाए थे, लेकिन शिखर धवन ने हाफ सेंचुरी लगाई थी. इसके बाद विराट कोहली के शानदार शतक और रहाणे के 50 रनों की पारी के दम पर भारत ने 50 ओवर में 295 रन बनाए थे.
ऑस्ट्रेलिया के लिए हॉस्टिंग्स ने सबसे ज्यादा चार विकेट लिए जबकि जेम्स फॉकनर और केन रिचर्ड्सन ने एक-एक विकेट लिया.
मेक्सवेल ने पलटा था वह मैच
296 रनों का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम ने पहले शॉन मार्श ने ऑस्ट्रेलिया की को संभाला और 30वें ओवर में आउट होने से पहले फिफ्टी लगा डाली. इसके बाद ग्लेन मैक्सवेल ने तूफानी पारी खेल कर शानदार 96 रन बनाकर टीम को जीत की दहलीज पर ला दिय़ा. अंत में फॉकनर ने शानदार 25 रनों की छोटी पारी खेल कर ऑस्ट्रेलिया को 49वें ओवर में ही जीत दिला दी.
अब विराट की पोजिशन ज्यादा मजबूत है
विराट कोहली भले ही पिछली बार (दो साल पहले) टीम इंडिया को जीत न दिला पाए हो पर इस बार टीम इंडिया को वे अपनी कप्तानी में सीरीज जिता सकते हैं. विराट के साथ साथ पिछली बार के मुकाबले इस बार बेहतर बॉलिंग अटैक है, बल्लेबाजी भी ज्यादा मजबूत है. वहीं ऑस्ट्रेलिया टीम की भी गेंदबाजी उतनी मजबूत नहीं है न ही बल्लेबाजी में वह धार है जिसके लिए ऑस्ट्रेलिया की टीम कभी जानी जाती थी.