प्रथा के चलते काट दिया जाता है लड़कियों का ये नाजुक अंग

प्रथा के नाम पर इंसान के साथ न क्या क्या किया जाता है. महिलाएं और बच्चे भी कहीं कहीं आज भी सुरक्षित नहीं हैं, यानि प्रथा के लिए उनके साथ कुछ न कुछ किया ही जाता है. कुछ ऐसे ही रिवाज के बारे में हम आपसे बात कर रहे हैं जिसे जानने के बाद शायद आप को भी यकीन न हो कि इस प्रकार का भी रिवाज हो सकता है. हम जिस प्रकार के रिवाज के बारे मे बात कर रहे है. यह सैबिनी नामक जनजाति के द्वारा मनाया जाता है. ये बहुत ही अजीब और खतरनाक होता है जिसे सुनकर आप भी हैरान रह जायेंगे. जानते हैं ये प्रथा.

आपको बता दें, सैबिनी नामक यह जनजाति उगांडा में रहती है और इन जनजाति के लोगों का रिवाज में लड़की के प्राइवेट पार्ट का एक हिस्सा काट कर अलग ही कर दिया जात है. यह जाति इस प्रकार का रिवाज इसलिए मानती है क्योंकि इससे यह बात साबित हो जाती है कि जो लड़की उनके प्राइवेट पार्ट के काटने के दौरान दर्द को सहन कर जाती है. वह किसी भी बड़ी मुश्किल को बड़े ही असानी से निकल सकती है. देखा जाता है लड़कियों को दर्द रहित बनाने का तरीका है. 

आपको बता दें, इसके पीछे की मान्यता भी है. सैबिनी जनजाति का यह भी मानना है कि जो लड़की दर्द सहन नहीं कर पाती है वह किसी भी परिस्थति में सफल भी नही हो पाती है. इसलिए उनके नाजुक अंग को काट दिया जाता है और उन्हें ऐसा बना दिया जाता है कि वो हर मुश्किल से निकल सके. 

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