विदेशियों को गैर कानूनी रूप से रहने में कर रहे थे मदद, 8 भारतीय गिरफ्तार
अमेरिका के आव्रजन एवं सीमा शुल्क प्रवर्तन विभाग ने धोखाधड़ी कर सैकड़ों प्रवासियों को छात्रों के रूप में देश में अवैध तरीके से बने रहने में मदद करने के आरोपों पर आठ लोगों को गिरफ्तार किया है. ये सभी लोग या तो भारतीय नागरिक हैं या भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक हैं.
इन सभी की उम्र 30 साल के आस-पास है. गिरफ्तार किए गए लोगों कि उनकी पहचान भारत काकीरेड्डी, सुरेश कंडाला, पाणीदीप कर्नाटी, प्रेम रामपीसा, संतोष सामा, अविनाश थक्कलापल्ली, अश्वंत नुणे और नवीन प्रतिपति के रूप में हुई है, हालांकि आईसीई ने उनकी नागरिकता का खुलासा नहीं किया है.
आईसीई ने एक बयान में बताया कि इनमें से छह को डेट्रॉइट इलाके से जबकि अन्य दो को वर्जीनिया और फ्लोरिडा से गिरफ्तार किया गया है. विशेष एजेंट चार्ज फ्रांसिस ने बताया कि इन संदिग्धों ने सैकड़ों विदेशी नागरिकों को छात्र के रूप में दिखाकर उन्हें गैरकानूनी तरीके से अमेरिका में रहने में मदद की जबकि ज्यादातर लोग छात्र नहीं थे.
उन्होंने कहा कि होमलैंड सुरक्षा के विशेष जांच एजेंटों ने देशव्यापी एक नेटवर्क का खुलासा किया है, जिसने अमेरिका आव्रजन कानूनों का घोर उल्लंघन किया. साल 2016 में आईसीई ने नॉर्दन न्यू जर्सी के एक फर्जी विश्वविद्यालय के लिए ऐसे ही आरोपों पर करीब 21 लोगों को गिरफ्तार किया था.