क्या दिनेश कार्तिक की किस्मत ने एक बार फिर धोखा दे दिया है
क्रिकेट अनिश्चतता का खेल है और दिनेश कार्तिक (DK) इसे हर पल साबित करते हैं. उनकी चाल-ढाल से लेकर करियर के उतार-चढ़ाव तक… सब कुछ जैसे क्रिकेट का विस्तार हों. वे जब चलते हैं तो लगता है कि किसी हड़बड़ी में हैं. अक्सर ऐसी जल्दबाजी में दिखते हैं, जैसे उनकी बस छूट रही हो. और हां, लगता है कि उनकी बस छूट भी गई है. वो बस, जो विश्व कप (World Cup 2019) की खातिर इंग्लैंड जाने के लिए तैयार है, उसकी सीटें फुल होती दिख रही हैं. हालांकि, इस बस का एक स्टॉप अभी बाकी है. अप्रैल के आखिरी हफ्ते में जब आईपीएल अपने शवाब पर होगा, तब विश्व कप जाने वाली फाइनल टीम चुनी जाएगी. तब की बात तब करेंगे. फिलहाल तो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ (India vs Australia)चुनी गई वनडे टीम में दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) को जगह नहीं मिली है. यह विश्व कप से पहले आखिरी वनडे सीरीज खेलेगी.
DK के नाम से लोकप्रिय दिनेश कार्तिक को टीम इंडिया पिछले साल-डेढ़ साल से फिनिशर की भूमिका में तैयार कर रही थी. वे इस भूमिका को ठीक-ठाक अंदाज में निभा रहे थे. ऐसा बिलकुल भी नहीं लग रहा था कि उन्हें वनडे सीरीज से ड्रॉप किया जाएगा. लेकिन चयनकर्ता उनकी जगह टीम में लोकेश राहुल (KL Rahul)को ले आए, जो महिलाओं के खिलाफ भद्दी टिप्पणी करने के बाद से टीम से बाहर थे. वैसे, अभी चयनकर्ताओं ने यह नहीं बताया है कि कार्तिक को क्यों बाहर किया गया है. लेकिन यह तय है कि अब उनकी वापसी तभी होगी, जब लोकेश राहुल या ऋषभ पंत (Rishabh Pant) फेल हों. जब वनडे सीरीज भारत में होनी हो, तो इसकी संभावना भी कम ही मानिए कि कोई बल्लेबाज फेल होगा.
बहरहाल, बात कूल कस्टमर दिनेश कार्तिक की. तमिलनाडु के इस क्रिकेटर ने देश के लिए पहला मैच 2004 में खेला. महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) से भी पहले. इस तरह DK मौजूदा टीम इंडिया के सबसे सीनियर खिलाड़ी हैं और वे शायद ही विश्व कप खेलने जाएं. DK वर्ल्ड कप खेले या ना खेलें, वे दोनों ही सूरत में विश्व रिकॉर्ड बनाएंगे. अगर वे विश्व कप खेले तो ऐसे पहले खिलाड़ी होंगे, जो अपना वनडे करियर शुरू करने के करीब 15 साल बाद विश्व कप में एंट्री करेगा. अगर वे विश्व कप नहीं खेले, तो ऐसे पहले क्रिकेटर होंगे, जो इतने लंबे वनडे करियर के बाद भी विश्व कप नहीं खेला हो.
दरअसल, जब हम दिनेश कार्तिक के करियर और उनके किस्सों पर नजर डालते हैं तो कई दिलचस्प किस्से और आंकड़े सामने आते हैं. यह क्रिकेटर 2004 में टीम इंडिया में एंट्री करता है. कुछेक मैच ही खेलता है कि एमएस धोनी टीम में एंट्री करते हैं और कार्तिक सीन से बाहर हो जाते हैं. लेकिन रुकिए. छोटा चीका की कहानी अभी खत्म नहीं हुई थी. तमाम निराशा-हताशा के बावजूद वे अपना सफर जारी रखते हैं. तब भी जब यह कहा जाता है कि धोनी के रहते कोई विकेटकीपर टीम में जगह नहीं बना सकता. लेकिन कार्तिक तमाम हताशा को जीतकर ऐसा रिकॉर्ड बनाते हैं, जो दुनिया का कोई विकेटकीपर नहीं बना पाया. फिर
दिनेश कार्तिक दुनिया के एकमात्र विकेटकीपर हैं, जो किसी विकेटकीपर (एमएस धोनी) की कप्तानी में 37 मैच बतौर बल्लेबाज खेले हैं. वैसे उन्होंने कुल 91 वनडे, 26 टेस्ट और 30 टी20 मैच खेले हैं. वे 2007 के विश्व कप में भी टीम इंडिया का हिस्सा थे, लेकिन उन्हें मैच खेलने का मौका नहीं मिला था. लेकिन वे 12 साल बाद फिर विश्व कप के दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं. इंतजार करिए. दिनेश कार्तिक के वर्ल्ड कप के ख्वाब को खत्म मान लेना जल्दबाजी होगी. उनकी विश्व कप की बस छूट गई लगती है, लेकिन यह इतनी भी दूर नहीं निकली है, कि वे इसे फिर से न पकड़ सकें.