UNSC में आतंकी फंडिंग पर भारत ने किया संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव का समर्थन: सैयद अकबरुद्दीन
संयुक्त राष्ट्र में भारतीय के स्थायी प्रतिनिधि सैय्यद अकबरुद्दीन ने वित्तीय कार्रवाई कार्य बल की आवश्यक भूमिका के लिए स्थापित वैश्विक मानकों के स्थापित करने का स्वागत किया है।इस प्रस्ताव के पास होने के बाद अब आतंकी संगठनों को फंडिग करने वाले देशों के खिलाफ अब संयुक्त राष्ट्र अपने स्तर पर कार्रवाई कर सकेगा। शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा समिति (UNSC) में आतंकी संगठनों को मिलने वाली फंडिंग पर रोक लगाने का प्रस्ताव पास किया गया है। उन्होने यह भी कहा कि जो राज्य आतंकवादियों के लिए माफी मांग रहे हैं, वे अपनी कार्रवाई और निष्क्रियता को सही साबित करने के लिए कहीं न कहीं योगदान करते रहेंगे।
अकबरुद्दीन ने पाकिस्तान के संदर्भ में यह भी कहा कि वो लगातार आतंक का समर्थन करते रहेंगे, उन्होंने कहा कि आतंकी हिंसा फैलाने के लिए नियमावली के नियमों का उल्लंघन कर अपने काम के लिए अब और भी ज्यादा क्रिएटिव होते जा रहे हैं। दुर्भाग्यपूर्ण वास्तविकता यह है कि जो संयुक्त राष्ट्र के द्वारा पास किए गए प्रस्ताव से जो भी देश आतंकियों को पनाह दे रहे हैं, वही देश लगातार इसका उल्लंघन भी कर रहे है।
UNSC में इस प्रस्ताव के दौरान पुलवामा हमले की भी चर्चा की गई। पुलवामा हमले में शहीद जवानों को लेकर कड़ी निंदा की गई। इसके साथ ही अब भारत को आतंकवाद पर लगाम लगाने की कोशिशों को कामयाबी मिल गई है। साथ ही संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी सदस्य सैयद अकबरुद्दीन ने पाकिस्तान को लताड़ लगाई है।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर के खिलाफ प्रस्ताव लाने के बाद आतंकवाद पर लगाम लगाने की वैश्विक गति बढ़ रही है। अब, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने आतंकवादियों के वित्तपोषण से निपटने के लिए एक संकल्प अपनाया है। इसने FATF को UN से जोड़ा गया है।