आपका अकाउंट स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में है? तो जानिए क्या है SBI का मिनिमम बैलेंस रूल? जानें कैसे होता है कैलकुलेट

क्या आपका अकाउंट स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में है? अगर यह सैलरी अकाउंटर है तो कोई दिक्कत नहीं, लेकिन सेविंग अकाउंट होने पर आपको मिनिमम बैलेंस रखना होता है. मिनिमम बैलेंस नहीं होने पर पेनाल्टी काट लिए जाएंगे. सेविंग अकाउंट में मिनिमम बैलेंस को लेकर बनाए गए नियम में नए वित्तीय वर्ष में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है. ऐसे में आपके लिए नियमों को जान लेना बेहद जरूरी है. वित्त वर्ष 2018-19 में SBI ने सैकड़ों करोड़ केवल इससे कमाई की है. बैंक हमेशा अपने ग्राहकों से कहता है कि वह मिनिमम बैलेंस मेंटेन करें. बैलेंस कम होने पर यह जुर्माना 5 रुपये से 15 रुपये तक का हो सकता है.

क्षेत्र के मुताबिक SBI ने अपनी ब्रांचों को चार कैटेगरी में बांटा है. मेट्रो सिटी, अर्बन एरिया, सेमी अर्बन एरिया और रूरल एरिया. हर एरिया के लिए मिनिमम बैलेंस अलग-अलग है जो 1000 रुपये से शुरू होकर 3000 रुपये तक है.

SBI Minimum average balance rule know how to calculate

अगर आपका अकाउंट मेट्रो सिटी के ब्रांच में है तो मिनिमम बैलेंस 3000 रुपये, अर्बन ब्रांच के लिए भी 3000 रुपये, सेमी अर्बन ब्रांच के लिए 3000 रुपये और रूरल ब्रांच के लिए 1000 रुपये हैं. मिनिमम बैलेंस से कम होने पर पेनाल्टी GST के साथ भरना होगा.ृ

कैसे होता है मिनिमम बैलेंस का कैलकुलेशन
मान लें 1 तारीख को आपने अपने अकाउंट में 5000 रुपये जमा किया. 15 तारीख को आपने उसमें से 4500 रुपये निकाल लिया. फिर 25 तारीख को आपने 4500 रुपये जमा कर दिया. यह महीना 30 दिनों का है.

ऐसे करें कैलकुलेट?
15 दिनों तक आपके अकाउंट में रहे 5000 रुपये तो बैलेंस हुआ, 15×5000= 75000. 15 तारीख को अकाउंट से 4500 निकाल लिए तो बैलेंस बचा 500 जो 25 तारीख तक मेंटेन रहा. 15 तारीख से 25 तारीख तक आपका बैलेंस हुआ 10×500=5000. अब 25 तारीख को फिर से आपने 4500 रुपये जमा कर दिया, मतलब आपके अकाउंट में हो गए 5000 रुपये जो महीने के आखिरी तक रहा. 25 तारीख से 30 तारीख तक आपके अकाउंट का बैलेंस रहा 5000×6=30000.

अब, कुल बैलेंस राशि हुआ- 75000+5000+30000= 1,1000. एक महीने का एवरेज बैलैंस हुआ 110000/30=3666.66. मतलब आपका एवरेज बैलेंस उस महीने का हुआ 3666 रुपये. ऐसे में आपको पेनाल्टी नहीं भरना होगा. उम्मीद करते हैं कि आपके लिए अब एवरेज बैलेंस कैलकुलेट करना बेहद आसान हो गया होगा.

Related Articles

Back to top button