होम्योपैथिक दवाएं बढ़ाती हैं प्रतिरोधक क्षमता

होम्योपैथी सरल, सुलभ और दुष्परिणाम रहित व कम खर्चीली पद्धति है। इन दवाओं से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। यह बात मंगलवार को होम्योपैथिक मेडिसिन बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. बीएन सिंह ने कही। वह विश्व होम्योपैथिक दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। 

जड़ से बीमारी दूर करने में कारगर 

होम्योपैथिक साइंस कांग्रेस सोसाइटी की ओर से चिनहट मटियारी स्थित बाबा हॉस्पिटल के सभागार में ‘जानिए, समझिए और अपनाइए होम्योपैथी’ विषय पर संगोष्ठी हुई जिसमें दूसरे राज्यों के होम्योपैथिक डॉक्टर भी पहुंचे। सभी के विचार थे कि होम्योपैथिक पुरानी पद्धति है और यह बीमारी को जड़ से दूर करने में कारगर है।

संगोष्ठी में मुख्य रूप से होम्योपैथिक मेडिसिन बोर्ड के रजिस्ट्रार डॉ. अनिल कुमार मिश्रा, डॉ. राजुल सिंह, डॉ. एसडी सिंह, डॉ. राकेश बाजपेई, डॉ. निशांत श्रीवास्तव, डॉ. पंकज श्रीवास्तव, डॉ. बलिराम डॉ. आशीष वर्मा, डॉ. सुधांशु दीक्षित, डॉ. वीएन तिवारी, डॉ. ज्ञानेन्द्र राय आदि मौजूद थे। 

बैक्टीरिया, वायरस बीमारी में उपयोगी 
केंद्रीय होम्योपैथी परिषद के पूर्व सदस्य एवं वरिष्ठ होम्योपैथिक डॉ. अनिरूद्ध वर्मा ने कहा कि होम्योपैथी बैक्टीरिया एवं वायरस से होने वाली कई बीमारियों जैसे चिकन पॉक्स, खसरा, मम्प्स, चिकुनगुनिया, डेंगू, स्वाइन फ्लू, जापानी इंसेफलाइटिस आदि के रोकथाम में काफी प्रभावी है। 

वंशानुगत बीमारियों का इलाज संभव 
डॉ. वीएस चौहान ने बताया कि होम्यापैथी बच्चों में वंशानुगत बीमारियों की संभावना दूर करती है। इससे साइनस, टांसलाइटिस, ट्यूमर, सिस्ट, फाइब्राइट, प्रोलेप्स ऑफ यूटेरस, गुदा द्वार का बाहर निकलना, पाइल्स, फिस्चुला आदि का इलाज संभव है। चर्म रोग में भी दवा काफी असरदार साबित होती है। 

ज्यादा परहेज की जरूरत नहीं 
सचिवालय डिस्पेंसरी में मेडिकल ऑफीसर डॉ. गार्गी सिंह ने बताया कि होम्योपैथी में ज्यादा परहेज की जरूरत नहीं है केवल उन्हीं चीजों को मना किया जाता है जो मरीज की तकलीफ बढ़ा देती हैं। राजकीय नेशनल होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज की डॉ. रेनू महेंद्रा ने बताया कि महिलाओं में होने वाली मासिक चक्र की गड़बड़ी, श्वेत प्रदर, हार्मोनल समस्या, बांझपन, मेनोपाज की परेशानी का इलाज होम्योपैथिक में है।

होम्योपैथिक कॉलेज के डॉ. अमित नायक ने बताया कि मानसिक बीमारियों के साथ ही नरवस सिस्टम से जुड़ी समस्याओं में भी इन दवाओं से बेहतर इलाज संभव है। साथ ही बीड़ी, सिगरेट, पान, तंबाकू, शराब की लत भी छुड़ाई जा सकती है। 

Related Articles

Back to top button